माइक्रो एसयूवी कार सेक्टर का वो सेगमेंट है जिसमें कम बजट में आकर्षक फीचर्स और डिजाइन वाली एसयूवी आसानी से मिल जाती हैं माइक्रो एसयूवी सेगमेंट में मौजूद तमाम कारों के बीच आज हम बात कर रहे हैं मारुति एस्प्रेसो के बारे में जो इस देश की सबसे सस्ती माइक्रो एसयूवी भी है।
मारुति एस्प्रेसो के एलएक्सआई वेरिएंट की बात करें तो इसकी शुरुआती कीमत 3,85,500 रुपये (एक्स शोरूम) है जो ओन रोड होने पर 4,23,185 रुपये हो जाती है लेकिन आप यहां बताए गए डाउन पेमेंट प्लान को पढ़ने के बाद इस माइक्रो एसयूवी को बहुत आसान तरीके से घर ले जा सकते हैं।
ऑनलाइन डाउन पेमेंट और ईएमआई कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आप इस मारुति एस प्रेसो एलएक्सआई को खरीदते हैं तो इसके लिए कंपनी से जुड़ा बैंक 3,81,185 रुपये का लोन देगा।
इस लोन अमाउंट के बाद आपको 42 हजार रुपये की डाउन पेमेंट करनी होगी और फिर हर महीने 8,062 रुपये की मंथली ईएमआई चुकानी होगी।
मारुति एस्प्रेसो पर मिलने वाले लोन को चुकाने के लिए बैंक की तरफ से 5 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है जिसके साथ लोन की राशि पर बैंक 9.8 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज लेगा।
(ये भी पढ़ें– Maruti WagonR LXI खरीद सकते हैं 57 हजार देकर, आसान EMI के साथ मिलेगी लंबी माइलेज और 341 लीटर का बूट स्पेस)
इस डाउन पेमेंट प्लान को पढ़ने के बाद अगर आप इस कार को खरीदना चाहते हैं तो यहां जान सकते हैं इस माइक्रो एसयूवी की पूरी डिटेल।
(ये भी पढ़ें– मात्र 2 लाख के बजट में यहां मिलेगी Hyundai Santro, बढ़िया माइलेज के साथ मिलेगा आकर्षक फाइनेंस प्लान)
मारुति एस्प्रेसो में कंपनी ने 998 सीसी का इंजन दिया है जो 67.05 बीएचपी की पावर और 90 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है और इस इंजन के साथ 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है।
फीचर्स की बात करें तो इसमें मल्टी फंक्शन स्टीयरिंग व्हील, पावर एडजस्टेबल एक्सटीरियर रियर व्यू मिरर, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, 7 इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, इंजन स्टार्ट-स्टॉप बटन, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, जैसे फीचर्स को दिया गया है। माइलेज को लेकर मारुति सुजुकी का दावा है कि ये माइक्रो एसयूवी 21.4 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है।
आवश्यक सूचना: मारुति एस्प्रेसो पर मिलने वाले इस लोन, डाउन पेमेंट और ब्याज दरों का प्लान काफी हद तक आपकी बैंकिंग और सिबिल स्कोर पर निर्भर करता है। अगर आपकी बैंकिंग या सिबिल स्कोर में नेगेटिव रिपोर्ट निकलती है तो बैंक इन तीनों में अपने अनुसार परिवर्तन कर सकता है।