कार सेक्टर का सेडान सेगमेंट देश में हैचबैक सेगमेंट के बाद सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला सेगमेंट है। जिसकी वजह मिड रेंज में अच्छे डिजाइन और फीचर्स के साथ इन सेडान कारों का होना।

अगर आप भी एक सेडान कार खरीदना चाहते हैं वो भी कम से कम बजट में तो यहां जान सकते हैं इस सेगमेंट की पॉपुलर कार मारुति डिजायर के बारे में जो अपने डिजाइन और फीचर्स के चलते पसंद की जाती है।

मारुति डिजायर का बेस वेरिएंट है एलएक्सआई जिसकी शुरुआती कीमत 6,09,000 रुपये (एक्स शोरूम) है जो ऑन रोड होने पर 6,85,189 रुपये हो जाती है। लेकिन आप इस सेडान को बिना 6 लाख रुपये एक साथ खर्च किए बहुत आसान फाइनेंस प्लान के साथ खरीद सकते हैं।

ऑनलाइन डाउन पेमेंट और ईएमआई कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आप इस कार को खरीदते हैं तो बैंक इस कार के लिए आपको 6,16,189 रुपये का लोन देगा। इस लोन के बाद आपको 69,000 रुपये की डाउन पेमेंट देनी होगी और उसके बाद हर महीने 13,032 रुपये की मंथली ईएमआई चुकानी होगी।

मारुति डिजायर पर मिलने वाले फाइनेंस प्लान को जानने के बाद अगर आप इसे खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो यहां जान सकते हैं इस कार के इंजन, पावर, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की हर छोटी-बड़ी डिटेल।

(यह भी पढ़ेंTop 3 Best Mileage Cars: पेट्रोल हो या सीएनजी दोनों पर ताबड़तोड़ माइलेज देती हैं ये टॉप 3 कार, कीमत भी है पॉकेट फ्रेंडली)

Maruti Dzire LXI Engine: मारुति डिजायर में 1197 सीसी का इंजन दिया गया है जो 88.50 बीएचपी की पावर और 113 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ मैनुअल ट्रांसमिशन दिया गया है।

(यह भी पढ़ेंMaruti से लेकर Tata तक जल्द लॉन्च होंगी ये 5 मिड साइज एसयूवी, देंगी Hyundai Creta और Kia Seltos को टक्कर)

Maruti Dzire LXI mileage: माइलेज को लेकर कंपनी का दावा है कि ये मारुति स्विफ्ट डिजायर 23.26 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है और इस माइलेज को ARAI द्वारा प्रमाणित किया गया है।

Dzire LXI Features: मारुति डिजायर के फीचर्स की बात करें तो इसमें मल्टी फंक्शन स्टीयरिंग व्हील, पावर एडजस्टेबल एक्सटीरियर रियर व्यू मिरर, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, इंजन स्टार्ट स्टॉप बटन, एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम जैसे फीचर्स को दिया गया है।

आवश्यक सूचना: मारुति डिजायर पर मिलने वाले लोन, डाउन पेमेंट और ब्याज दरों का प्लान आपकी बैंकिंग और सिबिल स्कोर पर काफी हद तक निर्भर करता है। अगर आपकी बैंकिंग और सिबिल स्कोर में नेगेटिव रिपोर्ट निकलती है बैंक इन तीनों में अपने अनुसार परिवर्तन कर सकता है।