देश में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन के दूसरे चरण की घोषणा कर दी है। अब पूरे देश में आगामी 3 मई तक सम्पूर्ण लॉक डाउन लागू कर दिया गया है। जहां इस लॉक डाउन के चलते देश के अर्थशास्त्री इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इससे पूरे देश की अर्थव्यवस्था और उद्योग धंधा चौपट होने के आसार हैं। वहीं देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki इस अमावस में भी चांद देख रही है। जी हां, कंपनी का मानना है कि सोशल डिस्टेंसिंग के चलते कारों की डिमांड में इजाफा होगा।

कार एंड बाइक में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आर.सी. भागर्व का मानना है कि जब देश में लॉक डाउन खत्म होगा उसके बाद देश में कारों की डिमांड में तेजी देखने को मिलेगी। इसके पीछे कारण के बारे में उन्होनें बताया कि, कोरोना वायरस के चलते लोग सोशल डिस्टेंसिंग को वरीयता दे रहे हैं। ऐसे में रोजाना यात्रा करने वाले लोग भी वाहनों को साझा करने से बचेंगे और अपने वाहनों का प्रयोग करेंगे। ऐसे में नए वाहनों की बिक्री बढ़ने के आसार हैं।

आर.सी. भागर्व का मानना है कि लॉक डाउन के बाद भारत अब पहले जैसा नहीं रह जाएगा। यहां पर लोगों की खरीददारी के व्यवहार में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। बता दें कि, बीता मार्च महीना देश के ऑटो सेक्टर के लिए बहुत ही निराशाजन रहा है। मारुति सुजुकी की बिक्री में 47 प्रतिशत और यात्री वाहनों की बिक्री में 52 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है।

इसके अलावा यह अप्रैल महीना भी पूरा लॉक डाउन में ही खत्म होने जा रहा है। कुछ वाहन निर्माता कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स और हुंडई ने ऑनलाइन वाहनों की बिक्री का सहारा लिया है। देश के सभी डीलरशिप पर ताला लगा हुआ है। सियाम का मानना है कि वाहनों के प्रोडक्शन और डेली टर्नओवर बंद होने के कारण हर रोज इंडस्ट्री को 2,300 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।