जनरल मोटर्स की शेवरले एन्जॉय कार वालों के लिए एक बुरी खबर हैं। वहीं आपमें से जो लोग इस गाड़ी को खरीदने की सोच रहे हैं तो एक बार यह जान लीजिए कि यह गाड़ी कितनी सेफ है। दरअसल हाल ही में शेवरले एन्जॉय के सेफ्टी फीचर्स को जांचने के लिए ग्लोबल NCAP ने इसका क्रैश टेस्ट किया है। क्रैश टेस्ट में यह कार बुरी तरह से फेल हो गई है और सुरक्षा के मामले में इसे 0 रेटिंग मिली है। शेवरले एन्जॉय की फ्रंट साइड से 64kmph की रफ्तार से क्रैश किया गया जिसके बाद कार बुरी तरह से टूट गई। टेस्ट कराए जाने पर यह कार फेल हो गई है। वहीं भारत में इस कार को बिना एयरबैग के साथ बेचा जाता है। इसके अलावा भी कार में सेफ्टी के लिहाज से कई और कमियां पाई गई हैं। क्रैश टेस्ट में एयरबैग के अलावा इसके कार स्ट्रकचर पर भी सवाल उठाए गए है।
अंतरराष्ट्रीय कार सुरक्षा एजेंसी ने 2014 के बाद भारत में बनाई गई कारों का सेफ्टी टेस्ट किया गया है। वहीं शेवरले के अलावा फोर्ड फिगो एस्पायर का भी सेफ्टी टेस्ट किया गया और उसे 3 पॉइन्ट्स की रेटिंग्स मिली हैं। शेवरले एन्जॉय के मुकाबले फोर्ड फिगो एस्पायर को क्रैश टेस्ट में बेहतर पाई गई। भारत में इस कार का स्टैंडर्ड वर्जन डुअल फ्रंट एयरबैग के साथ और टॉप वर्जन 6 एयरबैग के साथ आता है। वहीं इस कार में एक बड़ी कमी यह भी है कि चाइल्ड ऑकुपेंट प्रोटेक्शन के मामले में इसे सिर्फ 2 रेटिंग मिली है, भले ही इसे एडल्ट ऑकुपेंट प्रोटेक्शन के मामले में 3 की रेटिंग मिली हो, लेकिन चाइल्ड ऑकुपेंट प्रोटेक्शन के मामले में यह कार एक काफी हद तक नाकाम रही है।
गौरतलब है कि भारत में 2018 तक कारों के लिए नए सुरक्षा नियम लागू किए जाएंगे। सेफ्टी चेक के लिए क्रैश टेस्ट भी एक जरूरी फीचर होगा। वहीं सुरक्षा के लिए डूअल एयरबैग देना भी एख अनिवार्य नियम हो जाएगा। वहीं ग्लोबल NCAP ने कहा कि इस साल भारत में बनाई गई कारों का क्रैश टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट के नतीजों पर ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव डेविड वार्ड ने कहा कि इन नतीजों से पता चलता है कि कारों की बॉडी शेल कितना महत्वपूर्ण है।
देखें क्रैश टेस्ट (Source: Youtube/GlobalNCAP)