अगर आप नोएडा से आगरा के बीच बने यमुना एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाते हैं या उसको कभी कभी इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। नोएडा और आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है।

इस 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम यानी फास्टैग सिस्टम शुरू होने जा रहा है। जिसको 15 जून 2021 से लागू किया जा रहा है। नोएडा और आगरा के बीच बने इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही को 2012 में ही शुरू कर दिया गया था।

जिसके बाद अब इसपर फास्टैग सिस्टम लागू किया जा रहा है। इस 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का संचालन जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड द्वारा किया जाता है।

यमुना एक्सप्रेस वे पर बीते अप्रैल की 1 तारीख से ये फास्टैग की व्यवस्था को शुरू किया जाना था लेकिन काफी तकनीकी तैयारियां न होने की वजह से उसको शुरू नहीं किया गया था। लेकिन अब सारी तैयारियां पूरी करने के एक महीने की देरी से लागू किया जा रहा है।

यमुना एक्सप्रेस वे 165 किलोमीटर लंबा है जिसमें वर्तमान में 3 टोल प्लाजा हैं जिसमें पहला जेवर, दूसरा मथुरा और तीसरा आगरा में है। इस फास्टैग के सिस्टम को लागू करने के बाद न सिर्फ वहां से गुजरने वाले वाहनों का इंधन बचेगा बल्कि समय और पैसे की भी बचत होगी। (ये भी पढ़ेंभारत की टॉप 5 CNG कार जो दिलाएंगी पेट्रोल के बढ़ते दाम से आजादी)

इस फास्टैग सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा नोएडा से लखनऊ और लखनऊ से नोएडा के बीच यात्रा करने वालों को होगा क्योंकि इस फास्टैग सिस्टम से वहां टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा जिसके चलते कई घंटों के सफर में काफी समय की बचत होगी।

यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी आईडीबीआई बैंक और जेपी इंफ्राटेक के उच्च अधिकारियों के बीच बीते सप्ताह हुए एक समझौता होने के बाद फास्टैग सिस्टम को 15 जून से लगाया जा रहा है।

शुरुआती चरण में इस यमुना एक्सप्रेसवे के प्रत्येक टोल प्लाजा पर हर टोल गेट के पास दो लाइन में इस सुविधा को शुरू किया जा रहा है। जिसके बाद धीरे-धीरे सभी टोल गेटों पर फास्टैग अनिवार्य कर दिया जाएगा। लेकिन फिलहाल कुछ सभी टोल प्लाजा के आधे टोल गेटों पर नकद से भुगतान की सेवा पहले की तरह जारी रहेगी।