Rolls Royce Plc के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एफआईआर दर्ज किया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने HAL, ONGC और GAIL के अज्ञात अधिकारियों को 75 करोड़ रुपये का रिश्वत दिया है। जानकारी के मुताबिक कंपनी ने ये रिश्वत दिल्ली स्थित आशामोर प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के जरिए दिया है।
रोल्स रॉयस पीएलसी को 2000 और 2013 के बीच HAL से 4,736 करोड़ रुपये के अनुबंध मिले थे, इसके अलावा गेल और ONGC के लिए स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति के भी अनुबंध मिले थें। Rolls Royce पीएलसी पर यह आरोप है कि उसने एक संधि पर हस्ताक्षर करने के बावजूद एक एजेंट की सेवाएं लीं और रिश्वत की आपूर्ति की।
बता दें कि, Rolls-Royce plc, रोल्स रॉयस मोटर कार्स से पूरी तरह से अलग कंपनी है जो विमानों के लिए इंजन और प्रोपल्सन सिस्टम का निर्माण करती है। रोल्स-रॉयस मोटर कार्स, बीएमडब्ल्यू ग्रुप (म्यूनिख) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी हैं, जो यूनाइटेड किंगडम के वेस्ट ससेक्स में चिचस्टर के पास गुडवुड में स्थित है। इसने 1 जनवरी 2003 को अपनी नई वैश्विक उत्पादन के साथ व्यापार शुरू किया था।
रोल्स रॉयस मोटर कार्स दुनिया भर में अपने लग्जरी कारों के लिए मशहूर है। वहीं रोल्स रॉयस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी विमानों और पानी वाले जहाजों के उपकरण का निर्माण करता है। ये दोनों कंपनियां पूरी तरह से भिन्न हैं। रोल्स रॉयस मोटर्स कार्स की कारें दुनिया भर में अपने बेहतर तकनीक और हस्त निर्मित वाली कारों के चलते काफी मशहूर हैं।
