महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ट्विटर पर खासे सक्रिय रहते हैं, और अक्सर वह अपने विचारों को साझा करने के साथ कई बाद दिल को छू देने वाली घटना शेयर करते हैं। हाल ही में आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर केरल की एक महिला के बारे बताते हुए एक संदेश पर प्रकाश डाला है, जो हाथों के ना होते हुए भी ड्राइविंग लाइसेंस पाने वाली एशिया की पहली महिला बनी गई हैं।
बता दें, Jilumol Mariot Thomas नाम की यह महिला बिना हाथो के पैदा हुई थी। जो फिलहाल 28 की उम्र में कार चलाती है। रिमोट की के माध्यम से ये अपनी कार को अनलॉक करने के लिए अपने पैरों का उपयोग करती हैं, और की से ही इग्निशन बदल देती है। जिसके बाद गियर को रिमोट की मदद से ही ‘ड्राइव’ मोड में डाल दिया जाता है और इसी की मदद से स्टीयरिंग, ब्रेक और गैस पैडल को नियंत्रित करता है। बता दें, थॉमस ने ड्राइविंग लेने के लिए 2014 में थोडुपुझा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से संपर्क किया था।
जिस पर थॉमस के वकील ने बताया था कि “उन्होंने उसका ट्रैक-रिकॉर्ड जमा कर अदालत को सूचित किया है कि वह एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर लड़की है और एक उदार दृष्टिकोण की मांग करती है। उसके पक्ष को पूरी तरह से सुनने के बाद अदालत ने उसे लाइसेंस के लिए आवेदन करने की अनुमति दी थी। इस सुनवाई में थॉमस ने बिना हाथों के ड्राइविंग करने वाली पहली महिला (जो कि ऑस्ट्रेलिया से है) का हवाला भी दिया था।
https://twitter.com/manoj_naandi/status/1266989741603352577?s=20
थॉमस के अपनी कार में जाने और ड्राइविंग करने की एक वीडियो Araku Coffee के सह-संस्थापक मनोज कुमार द्वारा साझा किया गया था, जिसे आनंद महिंद्रा द्वारा रीट्वीट किया गया था। आनंद महिंद्रा ने इस वीडियो और उसमें मौजूद महिला दोनों की प्रशंसा की थी। उन्होंने लिखा “मुझे लगता है कि मैं इसे देखने के बाद साहस शब्द का अर्थ बेहतर ढंग से समझता हूं … इसका कोविड से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन इन अंधेरे समय में हमें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि हम अपने सामने आने वाली सभी चुनौतियों को पार कर सकते हैं।”
