दुनिया भर में इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण का संकट बढ़ता ही जा रहा है। इस भयावह महामारी से बचने के लिए सरकार से लेकर आम इंसान तक हर कोई तरह तरह के जतन कर रहा है। इस वायरस से बचने के लिए सबसे आसान हथियार जो लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है वो है “हैंड सैनिटाइजर”। लोग हर समय हैंड सैनिटाइजर को अपने साथ रख रहे हैं यहां तक कि लोग इसे अपने साथ कार में भी लेकर चल रहे हैं ताकि समय समय पर इसका प्रयोग किया जा सके। लेकिन एक्सपर्ट्स ने एक बेहद ही चौकाने वाला खुलासा किया है, इनके अनुसार कार में हैंड सैनिटाइजर को रखने पर धमाका होने का खतरा है।
गर्मी का मौसम शुरु हो चुका है और दुनिया भर में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में अमेरिका के विस्कंसिन फायर डिपार्टमेंट द्वारा एक एडवाइजरी जारी की गई थी, जिसमें बताया गया था कि लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए तेजी से हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग कर रहे हैं। यहां तक कि लोग इसे अपनी कारों में भी रख रहे हैं। एडवाइजरी में बताया गया कि यदि कार सन लाइट (सूर्य की रोशनी) में खड़ी है तो इससे कार में रखे हैंड सैनिटाइजर में धमाका हो सकता है।
इस पोस्ट में लिखा गया था कि, “ज्यादातर हैंड सैनिटाइजर एल्कोहल बेस्ड होते हैं और यह हाई फ्लेमेबल (उच्च ज्वलनशील) होता है। ऐसे में गर्मी के मौसम के दौरान इसे अपनी कार में रखने से इसे बोतल के माध्यम से प्रकाश का आवर्धन होता है, और विशेष रूप से यदि कोई कार में धूम्रपान इत्यादि करता है तो यह खतरा और भी बढ़ जाता है। कृपया संभावनाओं का सम्मान करें और सुरक्षित रहें।” इसके साथ एक तस्वीर को भी साझा किया गया था जिसमें कार के दरवाजे को जला हुआ दिखाया गया था।
हालांकि बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया और एक क्लीयरिफिकेशन जारी किया गया। लेकिन इस पोस्ट ने बहुत से वाहन चालकों के मन में एक प्रश्न खड़ा कर दिया है कि, क्या वास्तव में सीधे सूर्य की रोशनी में खड़ी कार में यदि हैंड सैनिटाइजर रखा जाता है तो धमाका हो सकता है? इस मामले में CBS News ने एक वीडियो भी अपलोड किया है, जिसमें बताया गया है कि हैंड सैनिटाइजर को कार में छोड़ना खतने से खाली नहीं है।
भारत में बेचे जाने वाले हैंड सैनिटाइजर: भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। जिसके बाद यहां पर भी हैंड सैनिटाइजर के प्रयोग का चलन बढ़ गया है। सामान्य तौर पर भारतीय बाजार में बेचे जाने वाले हैंड सैनिटाइजर में 40 प्रतिशत एल्कोहल होता है यहां तक की कुछ ब्रांड्स 70 प्रतिशत एल्कोहल के प्रयोग का भी दावा करते हैं। एल्कोहल की इतनी मात्रा बेहद ही ज्वलनशील होती है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि 70 प्रतिशत एल्कोहल की मात्रा वाले हैंड सैनिटाइजर बेशक खतरनाक हो सकते हैं। यदि कार सीधे सूर्य की रोशनी में खड़ी है और कार के भीतर का तापमान बढ़ता है तो यह खतरनाक हो सकता है। यदि आप हैंड सैनिटाइजर को कार के डैशबोर्ड, गियर लीवर के पास या डोर ग्लव्स इत्यादि में रखते हैं और इस पर सूर्य की रोशनी पड़ती है तो सैनिटाइजर वाष्प छोड़ना शुरू कर देता है और कंटेनर के अंदर दबाव बनाना शुरू कर देता है। इससे विस्फोट की आशंका बढ़ जाती है।
नोट: जनसत्ता हैंड सैनिटाइजर से कार में होने वाले विस्फोट का दावा नहीं करता है। यहां पर जो भी बातें बताई गई हैं वो मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।