Edtech फर्म Byjus ने बड़े स्‍तर पर अपने कर्मचारियों से इस्‍तीफा मांगा है। रिपोर्ट का दावा है कि कंपनी अपने केरल के शहर तिरुवनंतपुरम को बंद कर दिया है। केरल सरकार में सामान्य शिक्षा और श्रम मंत्री, वी शिवनकुट्टी से कर्मचारियों ने मुलाकात की है। मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर इसकी जानकारी दी है।

मंत्री ने फेसबुक पोस्‍ट पर लिखा, “Byjus ऐप के तिरुवनंतपुरम कर्मचारी उनसे मिलने के लिए आए थे और उन्‍होंने बताया कि उनकी कई सारी समस्‍याएं हैं, कर्मचारियों की नौकरी छूटने सहित कई शिकायतें हैं। श्रम विभाग इस मामले में गंभीरता से जांच करेगा।”

कंपनी की शाखा में काम कर रहे 170 से अधिक कर्मचारियों ने मंगलवार, 25 अक्टूबर को राज्य के श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी से मुलाकात की और मुआवजे और लंबित वेतन की मांग की है। वहीं टेक्नोपार्क के कर्मचारियों के सामुदायिक मीडिया प्लेटफॉर्म टेक्नोपार्क टुडे ने फेसबुक पर कहा कि बायजू का मैनेजमेंट कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर रहा है।

कर्मचारियों की मांग है कि 1 नवंबर, 2022 को अक्टूबर 2022 के वेतन का भुगतान, आगामी तीन महीनों के लिए एकमुश्त वेतन का भुगतान, नवंबर 2022 से 31 जनवरी, 2023 तक, साथ ही अवकाश नकदीकरण दी जाए।

कंंपनी को हुआ 4,588 करोड़ रुपये का घाटा

12 अक्टूबर को बायजू ने घोषणा की कि उसकी मार्च 2023 तक उसकी योजना अधिक लाभ कमाने की है। सितंबर में, प्रमोशन और श्रम लागत के कारण, टाइगर ग्लोबल-समर्थित एडटेक कंपनी ने 2021 वित्तीय वर्ष के लिए 4,588 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है।

कितनी है किमत

वर्तमान में बायजू की कीमत 22 अरब डॉलर है। वित्तीय वर्ष 2021 में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा एक साल पहले की तुलना में 19 गुना ज्यादा था। पिछले वित्तीय वर्ष में यह 231.69 करोड़ रुपये से यह घाटा 2020-21 की अवधि में बढ़ गया।

इतने कर्मचारियों की जा सकती है नौकरी

वर्तमान में बायजू के करीब 50,000 कर्मचारी हैं। वित्त वर्ष 23 तक अधिक लाभ कमाने के लिए कंपनी को अपने कर्मचारियों की संख्या में कमी करनी होगी, जिसका मतल‍ब है कि 5 प्रतिशत यानी 2,500 लोगों की छंटनी करने की उम्मीद है।