वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार( 1 फरवरी) को संसद में मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया। संसद भवन से बाहर निकलने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पत्रकारों ने प्रतिक्रिया जाननी चाही। राहुल ने पत्रकारों के सवाल सुने जरूर मगर चुप्पी साधकर सिर्फ मंद-मंद मुस्कुराते रहे। फिर कुछ भी कहे-सुने बगैर वे गाड़ी में बैठकर संसद परिसर से चले गए। राहुल का यह रवैया जहां टीवी चैनलों पर बहस का विषय रहा, वहीं सोशल मीडिया पर भी आम हो या खास लोग, सभी राय जाहिर करते नजर आए।

वरिष्ठ टीवी पत्रकार अजीत अंजुम ने राहुल गांधी का संबंधित वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी से रिपोर्टर बजट के बारे में पूछते रह गए लेकिन नहीं बोले। हर सवाल पर मुस्कुराते हुए गाड़ी में बैठ गए। समझेंगे तब बोलेंगे?’ ट्विटर यूजर  नागेंद्र सिंह ने अजीत अंजुम  के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा- ‘रणदीप सुरजेवाला जी लिखकर देंगे तब बोलेंगे।’ जतन आचार्य ने लिखा- ‘जब तक कोई समझाएगा नहीं कि क्या बोलना है, कैसे बोलेंगे ?

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल इंचार्ज अमित मालवीय ने कहा- ‘हर गंभीर बहस या मुद्दे पर राहुल गांधी के पास कुछ कहने को नहीं होता,  यह गंभीर मामलों पर उनकी समझ की कमी को दर्शाता है ।’

शिशिर श्रीवास्तव ने लिखा, ‘बिना पढ़े और समझे हुए को तो केवल मोदी जी ही बोल सकते हैं, राहुल बिना समझे नहीं बोलते और वो भी बजट पर।’

बीईंग ह्यूमर नामक ट्विर हैंडल ने तंज कसते हुए कहा- ‘ अभी राहुल गांधी ने बजट पर कुछ भी नहीं बोला है। कल दिव्या स्पंदना दीदी गब्बर सिंह बजट जैसा कोई नाम लेकर आएंगी और राहुल गांधी अपने हर भाषण में वो बोलेंगे।’

बजट पर प्रतिक्रिया देने से राहुल गांधी बचे तो ट्रोल्स ने ली मौज( ट्विटर)

आर्की ट्विटर हैंडल ने कहा-‘राहुल गांधी ने बजट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई, लगता है कि पिद्दी से स्क्रिप्ट का इंतजार कर रहे हैं।

बजट पर प्रतिक्रिया न देने पर कुछ यूं ट्विटर पर यूजर्स ने उड़ाई खिल्ली