Budget Speech 2019: मोदी सरकार 2.0 के पहले बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एजुकेशन को लेकर कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने देश को मेक इन इंडिया के तर्ज पर दूसरा मिशन स्टडी इन इंडिया का नया स्लोगन दिया। इसके तहत सरकार ज्यादा से ज्यादा विदेशी छात्रों को भारत में पढ़ने के लिए आने का अवसर देगी। यही नहीं आज दुनिया के 200 टॉप इंस्टीट्यूट में सिर्फ 3 ही भारत के हैं, इस संख्या को बढ़ाने की योजना बनाई जाएगी। इसके लिए सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाने की भी तैयारी कर रही है।

फाइनेंशियल ईयर 2019-20 के अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने सदन को बताया कि आज सिर्फ 3 संस्थान दुनिया के 200 टॉप शैक्षिक संस्थानों में शामिल हैं। इनमें से दो आईआईटी और एक आईआईएससी बेंगलुरु है। भारत स्टडी इन इंडिया के प्रोग्राम के तहत न सिर्फ संस्थानों को विश्वस्तरीय बनाने पर जोर देगा बल्कि विदेशी छात्रों को भी ज्यादा से ज्यादा यहां आकर पढ़ाई लेने का अवसर देगा। देश में विश्वस्तरीय उच्च शिक्षण संस्थानों को बढ़ावा देने के लिये बजट में 400 करोड़ रुपये का प्रावधान दिया गया है।

इसके अलावा बजट में वित्त मंत्री ने खेल विकास के लिए अलग बोर्ड बनाने की घोषणा की। साथ ही सरकार 1 करोड़ से ज्यादा छात्रों के स्किल विकास पर ध्यान देते हुए नई योजना लाने जा रही है। सरकार देश के 2 करोड़ गांवों डिजिटल साक्षर बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

बजट के दौरान वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाएगी। इसमें उच्च शिक्षा और रिसर्च को खास तौर पर तवज्जो दिया जाएगा। इसके लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बनाने की भी योजना है। इसमें इंजीनियर्स और वैज्ञानिक राष्ट्रीय हित से जुड़े रिसर्च प्राथमिकता के आधार पर करेगी।