केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई, 2019 को अपना पहला बजट पेश किया। स्वतंत्र भारत के इतिहास में वह इंदिरा गांधी के बाद बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं। गुलाबी साड़ी में पहुंचीं सीतारमण लाल रंग के बही-खाते में लपेट कर बजट दस्तावेज लाई ! एएनआई के मुताबिक मुख्य आर्थिक सलाहकार के. सुब्रमण्यन ने कहा, ‘बजट दस्तावेज को लाल कपड़े में रखना भारतीय परंपरा के अनुरूप है। यह पश्चिमी सोच की गुलामी को त्यागने का संकेत है। यह बजट नहीं, बही-खाता है।’
BUDGET LIVE UPDATES के लिए क्लिक करें
सीतारमण की पहल और इसे जायज ठहराने के लिए दी गई सुब्रमण्यन की दलील पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए। आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता आशुतोष ने ट्वीट किया- अगर बजट से बहीखाता ग़ुलाम से मुक्ति का प्रतीक है तो निर्मला जी का बहीखाता भाषण हिंदी में होगा या अंग्रेज़ी में? हालांकि, इस ट्वीट के लिए कई लोगों ने आशुतोष को ट्रोल भी किया।
सीतारमण ने बजट भाषण अंग्रेजी में पढ़ा। हालांकि, उन्होंने हिंदी के कई शब्द, वाक्य और कुछ शेर जरूर इस्तेमाल किए। बता दें कि सीतारमण दक्षिण भारत की हैं और उनकी हिंदी उतनी अच्छी नहीं है। सीतारमण का पहला बजट भाषण सुनने-देखने के लिए उनके माता-पिता भी संसद पहुंचे। उनके भाषण के दौरान कोई हंगामा नहीं हुआ और सत्ता पक्ष के सदस्य अक्सर जोर-जोर से मेजें थपथपाते देखे गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तब-तब जोर से मेजें थपथपाते, जब-जब वित्त मंत्री सरकार की उपलब्धियां गिनातीं।

