बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एमडी और सीईओ पद के लिए आशीष कुमार चौहान के नाम को मंजूरी दे दी है। चौहान मौजूदा समय में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के एमडी और सीईओ हैं। एनएसई के पूर्व एमडी और सीईओ विक्रम लिमये का कार्यकाल 16 जुलाई को खत्म हो चुका है, जिसके बाद चौहान को देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज एनएसई की कमान सौंपी जाएगी।

सेबी को एनएसई की तरफ से एमडी और सीईओ पद के लिए दो नाम सुझाए गए थे, जिसमें से सूत्रों ने बताया कि चौहान के नाम पर मुहर लगा दी। इसके बाद अब केवल एनएसई को अपने शेयरधारकों से इसके लिए मंजूरी लेना बाकी है। वहीं, तब के लिए एनएसई के सीईओ और एमडी पद की जिम्मेदारी समझनी के लिए एक चार सदस्यों की कमेटी को गठित किया गया है, जिसमें एनएसई के ग्रुप सीएफओ एंड कॉरपोरेट अफेयर्स के प्रमुख यात्रिक विन, चीफ रेगुलेटरी ऑफिसर प्रिया सुब्रमण्यम,चीफ एंटरप्राइज रिस्क एंड इनफॉरमेशन सिक्योरिटी ऑफिसर सोमसुंदरम केएस और चीफ टेक्नोलॉजी एंड ऑपरेशन ऑफिसर शिव भसीन का नाम शामिल हैं।

आशीष कुमार चौहान का करियर: आशीष कुमार चौहान ने देश के टॉप शिक्षण संस्थान आईआईटी और आईआईएम में पढ़ाई की है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत आईडीबीआई बैंक में एक बैंकर के तौर पर की, जिसके बाद एनएसई संस्थापक माने जाने वाले आरएच पाटिल की ओर से उन्हें संस्थापक टीम के सदस्य के रूप में शामिल किया गया। वे एनएसई में 1993 से 2000 के बीच कार्यरत थे।

चौहान ने 2000 में रिलायंस ग्रुप को ज्वॉइन किया। रिलायंस ने वह अध्यक्ष और सीआईओ जैसे प्रमुख पदों पर रहे हैं। चौहान, रिलायंस की आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के सीईओ रह चुके हैं। इसके बाद 2009 में चौहान ने बीएसई को ज्वाइन किया। 2017 में बीएसई का आईपीओ लाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।

चौहान के सामने चुनौतियां: चौहान के एमडी और सीईओ बनने के बाद कई चुनौतियां होंगी। क्योंकि मौजूदा समय में एनएसई की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्णा और आनंद सुब्रमण्यम के एनएससी को- लोकेशन से घोटाले की जांच चल रही है, जिसमें हर दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं। इसके साथ आने वाले समय में एनएसईआई के आईपीओ को सफल बनाना भी उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।