आजकल पैसे को समझदारी से खर्च करना एक बड़ा गुण है, क्योंकि पैसे खर्च करने के बहुत सारे तरीके हैं। इसमें महंगी कारों और आलीशान घरों से लेकर ब्रांडेड प्रोडक्ट तक शामिल है। अगर आप अक्सर बेवजह या बिना सोचे-समझे पैसा खर्च करते हैं और इस आदत को छोड़ना चाहते हैं, तो शायद समय आ गया है कि आप अब तक के सबसे सफल निवेशकों में से एक, वॉरेन बफेट की बात सुनें। आइए उन 5 चीजों पर नजर डालें जिन पर बफेट लोगों को अपना पैसा कभी खर्च न करने की सलाह देते हैं, आइए जानते हैं…
नई कार को खरीदना (Buying a new car)
किसी व्यक्ति की जब भी सैलरी बढ़ती है तो उसके दिमाग में सबसे पहले नई कार खरीदने का दिमाग में आता है लेकिन बफेट इसे अधिकतर लोगों द्वारा की जाने वाली सबसे बड़ी गलतियों में से एक मानते हैं। उनका मानना है कि नई कार की कीमत शोरूम से निकलते ही कम हो जाती है। वही, इस कार की कीमत हर साल गिरती ही रहती है।
बफेट का मानना है कि ऐसी चीज क्यों खरीदें जिसकी कीमत शोरूम से निकलते ही कम हो जाए? यहां संदेश यह है कि कार सिर्फ परिवहन का साधन है, किसी की सफलता का पैमाना नहीं। एक ऐसी कार जो अपना काम तो कर रही है, लेकिन हर दिन आपकी बैलेंस शीट पर बोझ बनती जा रही है, समझदारी नहीं है। खास कर तब जब उसी पैसे को निवेश करके भविष्य में बेहतर रिटर्न दिया जा सकता है।
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क्रेडिट कार्ड का ब्याज (Credit card interest)
बफेट क्रेडिट कार्ड को के कर्ज को एक ऐसा जाल मानते हैं जिसमें अगर एक बार फंस गए तो इससे निकलना काफी कठिन हो जाता है। देश में अधिकतर
क्रेडिट कार्ड पर वार्षिक ब्याज दर 30 फीसदी से अधिक है यानी अगर आप 1 लाख रुपये का बैलेंस रखते हैं, तो 1 साल में आपको केवल ब्याज में ही 30,000 रुपये से अधिक चुकाने पड़ सकते हैं। बफेट कहते हैं, ‘अगर आप समझदार हैं, तो आप बिना उधार लिए बहुत पैसा कमा सकते हैं।’
जुआ और लॉटरी (Gambling and lottery)
जुआ और लॉटरी को बफेट ‘मैथ्स टैक्स’ कहते हैं यानी ऐसा टैक्स जो उन लोगों पर लगाया जाता है जो मैथ्स और तर्क नहीं समझते। उनका मानना है कि ये आदतें लोगों को असली मेहनत और निवेश से दूर ले जाती हैं और उन्हें उम्मीद और किस्मत के भ्रम में उलझा देती हैं। उनका मानना है कि लॉटरी का टिकट खरीदना या कैसीनो में सट्टा लगाना शुरू में आकर्षक लग सकता है, लेकिन यह धीरे-धीरे आपके वित्तीय अनुशासन और सेविंग्स को खत्म कर देता है।
जरूरत से अधिक बड़ा घर (A bigger house than needed)
आज भी बफेट उसी घर में रहते हैं जो उन्होंने 1958 में खरीदा था। बफेट का कहना है, ‘घर रहने की जगह है, सफलता का पैमाना नहीं।’ बड़े घर का मतलब है अधिक टैक्स, रख-रखाव, कर्मचारी और जिम्मेदारियां। अगर आपको 2BHK चाहिए, लेकिन आप सिर्फ दिखावे के लिए 4BHK ले रहे हैं, तो आप हर महीने सिर्फ दिखावे के लिए लाखों रुपये बर्बाद कर रहे हैं।
जटिल निवेश प्रोडक्ट (Complex investment products)
हमेशा से ही बफेट निवेश की दुनिया में सरलता के पक्ष में रहे हैं। उनका निवेश सिद्धांत है, ‘कभी भी ऐसे कारोबार में निवेश न करें जिसे आप समझ नहीं सकते।’ इसका मतलब है कि अगर आप खुद किसी निवेश को ठीक से नहीं समझ पा रहे हैं यानी उसके पीछे की स्ट्रेटजी, रिस्क, संभावित रिटर्न या उस पर लगने वाले शुल्क आपको समझ नहीं आ रहे हैं , तो उसमें निवेश करना अपनी मेहनत की कमाई को रिस्क में डालने जैसा है।