भारत के दिग्गज डिजिटल पेमेंट ऐप पेटीएम के स्वामित्व वाले पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई ने कुछ दिन पहले कार्यवाही करते हुए नए ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी थी। इस खबर के बाद आज पेटीएम के शेयर पर दबाव देखने को मिला। कंपनी का शेयर में एक दिन में 12 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई जबकि इस दौरान सेंसेक्स में 932 अंकों की तेजी हुई।

खबरों के चलते आई गिरावट: पेटीएम की इकाई पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई ने कुछ दिन पहले कार्यवाही करते हुए नए ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी थी। इस रोक पर ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि आरबीआई के द्वारा रोक कंपनी के सर्वर से विदेशों में डाटा भेजने और सही तरह से ग्राहकों की केवाईसी न करने को लेकर लगाई गई है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने वार्षिक सर्वेक्षण में पाया कि कंपनी के सर्वर से चीन की कुछ कंपनियों को ग्राहकों का डाटा शेयर किया जा रहा है। इन चीनी कंपनियों का पेटीएम में अप्रत्यक्ष रूप से हिस्सेदारी (stake) है। रिपोर्ट के अंत में पेटीएम पर ग्राहकों की केवाईसी को सही तरीके से ना करने को मनी लांड्रिंग से भी जोड़कर बताया गया था।

जिसके बाद पेटीएम पेमेंट बैंक ने ट्विटर पर बयाना जारी कर कहा कि हाल ही में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट आई है जिसमें चीनी कंपनियों को डेटा लीक होने का दावा किया गया है। वह झूठी और सनसनीखेज है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक को पूरी तरह से घरेलू बैंक होने पर गर्व है जो डेटा स्थानीयकरण पर आरबीआई के निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन करता है। बैंक का सारा डेटा भारत में रहता है।

निदेशकों को हुआ 68 फीसदी नुकसान: पेटीएम का आईपीओ नवंबर 2021 में आया था। आईपीओ में कंपनी के शेयर के कीमत को 2150 रुपए रखा गया लेकिन 18 नवंबर को लिस्ट साथ ही कंपनी के शेयर प्राइस में 25 फ़ीसदी की गिरावट हुई जो आज बढ़ते हुए 68 फीसदी तक पहुंच गई है। इस तरह यदि आपने पेटीएम के शेयर पर आईपीओ के समय 100 रुपए लगाए थे आज वह घटकर 32 रुपए रह गए है।