देश के बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला शुक्रवार को ब्रिटेन के एक निवेशक द्वारा देश में बेरोजगारी को लेकर बार-बार सवाल करने पर झल्ला गये। उन्होंने ब्रिटेन के उस निवेशक को सलाह दी कि यदि उन्हें भारत में रोजगार की कमी को लेकर संदेह है तो पाकिस्तान में जाकर निवेश करें।

झुनझुनवाला ने यहां आयोजित विश्व हिंदू आर्थिक मंच में यह टिप्पणी की। ब्रिटेन के निवेशक ने चर्चा के बीच भारत में रोजगार की कमी को लेकर सवाल किया। झुनझुनवाला ने इसपर कहा, ‘‘यदि आप नहीं चाहते हैं (भारत में निवेश करना), तो आप पाकिस्तान जाएं।’’ इससे पहले झुनझुनवाला ने कहा कि बेरोजगारी का एकमात्र समाधान तेज आर्थिक वृद्धि है।

दोनों के बीच बहस की शुरुआत में झुनझुनवाला ने कहा कि यदि बेरोजगारी इतनी अधिक होती तो क्या देश की वित्तीय राजधानी में एक वाहन चालक खोजना मुश्किल नहीं होता। ब्रिटेन के निवेशक ने इसके उत्तर में कहा कि मुंबई के बाहर भी भारत है। पिछले दशक में उच्च वृद्धि दर के बाद भी बेरोजगारी थी।

एक ऐसा समय आया जब झुनझुनवाला ने ब्रिटेन के निवेशक को चुप रहने को कह दिया। उन्होंने कहा कि एक निवेशक होने के नाते उन्हें ये सवाल स्तरीय नहीं लगते हैं। जब निवेशक ने कहा कि भारत को विदेशी धन की जरुरत है, तब झुनझुनवाला ने कहा कि हमें इस तरह के शंकालु लोगों से निवेश नहीं चाहिये।

मालूम हो कि देश में ऑटो सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के साथ ही एफएमसीजी सेक्टर की वृद्धि दर काफी कम है। आर्थिक सुस्ती को दूर करने के लिए सरकार की तरफ से कॉर्पोरेट टैक्स में छूट जैसे कई कदम उठाए गए हैं। हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक सुस्ती का कारण मांग पक्ष की तरफ से है।

ऐसे में सरकार की तरफ से किए जा रहे उपाय आपूर्ति पक्ष की तरफ हैं। ऐसे में सरकार के इन कदमों का फायदा होने की उम्मीद कम ही है। आरबीआई भी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है। विशेषज्ञों के अनुसार आर्थिक सुस्ती दूर करने में केंद्रीय बैंक की नीतियां भी अहम भूमिका अदा कर सकती हैं।