Bengaluru Richest Person List: बात जब बेंगलुरु के सबसे रईस लोगों की होती है तो इस लिस्ट में कारोबारी, टेक फाउंडर्स और रियल एस्टेट के दिग्गजों का नाम शामिल रहता है। भारत की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाला यह शहर कई सारे स्टार्टअप्स की जन्मभूमि और कर्मभूमि है। न केवल बहुत सारे यूनिकॉर्न्स का ऑफिस यहां है बल्कि यह कर्नाटक के सबसे तेजी से विकसित रहे शहरों में से एक है। टेक इंजीनियर्स से लेकर कई दिग्गज फाइनेंस मुगल तक इस शहर में रहते हैं। यहां रहने वाले टॉप अरबपतियों की कुल नेट वर्थ 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
Hurun India Wealth Report और Luxury Consumer Survey 2025 के अनुसार, मुंबई को भारत की ‘मिलियनेयर कैपिटल’ घोषित किया गया है, जहां 1,40,000 से अधिक मिलियनेयर रहते हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर से लेकर फ़ार्मास्यूटिकल उद्योग के सबसे बड़े नामों तक, यह वित्तीय राजधानी अपने नाम के हकदार साबित हुई है। लेकिन आज हम बात कर रहे हैं ‘सिलिकॉन वैली’ बेंगलुरु के सबसे रईस लोगों की जिनके पास अकूत दौलत है। जानें बेंगलुरु के 10 सबसे बड़े अरबपतियों के नाम और नेटवर्थ व काम के बारे में…
बेंगलुरु के 10 सबसे अमीर लोग (Top 10 Richest People in Bengaluru)
अजीम प्रेमजी (87,980 करोड़ रुपये)
विप्रो लिमिटेड के संस्थापक-चेयरमैन अजीम प्रेमजी दुनिया के टॉप 300 सबसे अमीर लोगों में शामिल हैं। उनके बेटे अभी Executive Chairman के पद पर हैं। अजीम प्रेमजी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से ड्रॉपआउट हैं और आज दुनिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी थिंक टैंक्स उनकी कंपनी के पास हैं।
इरफान रज़ाक (43,000 करोड़ रुपये)
बेंगलुरु के अरबपति इरफान रज़ाक प्रेस्टिज (Prestige Estates Project) के एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। उनकी शुरुआत टेक्सटाइल बिजनेस से हुई लेकिन रज़ाक परिवार का व्यवसाय धीरे-धीरे रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रभुत्व हासिल करने लगा। 90 मिलियन स्क्वायर फीट से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरे कर चुके प्रेस्टिज ग्रुप की मौजूदगी आज देशभर में है।
नारायण मूर्ति (41,000 करोड़ रुपये)
Infosys की शुरुआत करने वाले एन.आर. नारायण मूर्ति अब रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने 2011 में चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था। हाल ही में भारी संख्या में छंटनी के कारण खबरों के चलते इंफोसिस निशाने पर है। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब, नारायण मूर्ति की आलोचना हो रही है।। मूर्ति अपनी 70 घंटे की कार्यसप्ताह को जायज़ ठहराने और वर्क-लाइफ बैलेंस की अवधारणा को खारिज करने के लिए भी काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं।
निखिल कामथ (38,500 करोड़ रुपये)
जेरोधा के संस्थापक निखिल कामथ न केवल अपने वित्तीय ज्ञान के लिए जाने जाते हैं बल्कि वह इस क्षेत्र में सबसे रीच पाने वाले पॉडकास्ट के होस्ट भी हैं। भरोसेमंद निवेश सलाह के लिए प्रसिद्ध कामथ भाईयों ने अपनी पहचान खुद के बलबूते बनाई है।
किरण मजूमदार शॉ (29,700 करोड़ रुपये)
इस लिस्ट की इकलौती महिला अरबपति किरण, भारत की सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिलाओं में से एक हैं। उन्होंने फ़ार्मास्यूटिकल कंपनी बायोकॉन की स्थापना की। इस कंपनी की शुरुआत 1978 में हुई थी और इसका अमेरिकी बाजार में बड़ा ग्राहक बेस है। इस कंपनी के पास मलेशिया में भारत का सबसे बड़ा इंसुलिन निर्माण संयंत्र (insulin manufacturing plant) है और 2022 में इसने अपने प्रतिस्पर्धी के साथ 3.3 बिलियन डॉलर की डील की थी।
सेनापति ‘क्रिस’ गोपालकृष्णन (29,000 करोड़ रुपये)
लिस्ट में टेक दिग्गज इंफोसिस का एक और नाम सेनापति गोपालकृष्णन का है। छंटनी से प्रभावित इंफोसिस में उन्होंने CEO और वाइस चेयरमैन के रूप में सेवा दी है। 2014 में रिटायर होने के बाद उन्होंने कई स्टार्टअप्स की स्थापना की जिनमें Ki Mobility और अन्य वेंचर फंड शामिल हैं।
रंजन पाई (21,450 करोड़ रुपये)
इस हेल्थकेयर अरबपति के नाम पर 29 अस्पताल और 7 विश्वविद्यालय हैं। वह मणिपाल ग्रुप के संस्थापक के पोते हैं। सिंगापुर फंड टेमासेक ने 2023 में पाई और अन्य निवेशकों से शेयर खरीदने के बाद मणिपाल हॉस्पिटल्स में अपनी हिस्सेदारी 59% तक बढ़ा दी जिससे इस चेन का मूल्य $4.6 बिलियन आंका गया। पाई के पास अब भी 30% हिस्सेदारी है।
जितेंद्र वीरवानी (21,000 करोड़ रुपये)
भारत के पहले लिस्टेड REIT से जुड़े एम्बेसी ने 2019 में ब्लैकस्टोन के साथ साझेदारी की। इस दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी के पास Google, IBM और Warburg Pincus जैसे ग्लोबल ग्राहक हैं। 2021 में, वीरवानी और Warburg Pincus ने अपने संयुक्त स्वामित्व वाले एम्बेसी इंडस्ट्रियल पार्क्स को ब्लैकस्टोन को $718 मिलियन में बेच दिया।
नंदन नीलेकणी (13,200 करोड़ रुपये)
यह अरबपति परिवार भी इंफोसिस के सह-संस्थापकों में शामिल था लेकिन नंदन नीलेकणी ने 2009 में कंपनी छोड़ दी। फिलैंथ्रॉपी में लाखों रुपये के निवेश के साथ, नीलेकणी नाम को बड़ी इज्जत के साथ देखा जाता है। 70 वर्षीय नीलेकणी खुद को ‘accidental entrepreneur’ कहते हैं और उनकी नेट वर्थ 3 बिलियन बिलियन से ज्यादा है।
राजेश मेहता (11,500 करोड़ रुपये)
राजेश मेहता ने 1989 में Mehta Exports की स्थापना की थी जो दुनिया के 35% से ज्यादा सोने को प्रोसेस करती है। यह उन कुछ सोने की रिफाइनिंग कंपनियों में से एक है जो Fortune 500 में लिस्टेड हैं और राजेश मेहता अपनी साधारण लाइफस्टाइल के लिए जाने जाते हैं। उनके पास देशभर में कई संपत्तियां हैं।
(source: Forbes)
अमीरों का नया पता
दुनिया में अमीरों का हाल 2025 में बदल रहा है। अब भी न्यूयॉर्क (New York City) और बे (San Francisco Bay) एरिया सबसे बड़े पैसे वाले शहर हैं, लेकिन सिंगापुर (Singapore) और सिडनी (Sydney) जैसे नए शहर भी जल्दी-जल्दी मशहूर हो रहे हैं। हाल ही में हेनले एंड पार्टनर्स ने न्यू वर्ल्ड वेल्थ के साथ मिलकर एक रिपोर्ट जारी की है जो इस रुझान को दर्शाती है, आइए जानते हैं…पढ़ें यहां