भारतीय ई-कॉमर्स सेक्टर (E Commerce Sector) में अभी घमासान का दौर चल रहा है। दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की अमेजन (Amazon) और वॉलमार्ट इंक (Wallmart Inc) जैसी अमेरिकी कंपनियों को सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस (Reliance) और टाटा समूह (Tata Group) चुनौती दे रहे हैं। हालांकि ई-कॉमर्स सेक्टर में दिग्गज भारतीय औद्योगिक घरानों के उतरने से पहले एक युवा उद्यमी जेफ बेजोस को कड़ी टक्कर दे चुका है। हम बात कर रहे हैं फ्लिपकार्ट (Flipkart) के सह-संस्थापक सचिन बंसल (Sachin Bansal) की, जो एक समय में अमेजन में ही नौकरी करते थे।

सचिन बंसल के पास है 8000 करोड़ से अधिक दौलत

आज सचिन बंसल जाने-माने शख्सियत हैं और उनकी गिनती दुनिया के अमीरों में होती है। फोर्ब्स (Forbes) के अनुसार, सचिन बंसल के पास अभी 1.1 अरब डॉलर यानी करीब 8,225 करोड़ रुपये की दौलत है। भारत के शीर्ष 100 अमीर व्यक्तियों में उनकी गिनती की जाती है।

पहले अमेजन में ही करते थे नौकरी

आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से 2005 में ग्रेजुएट होने के बाद सचिन बंसल ने टैकस्पैन नाम की एक कंपनी के साथ अपना करियर शुरू किया। कुछ ही महीने बाद उन्हें जेफ बेजोस की अमेजन से ऑफर मिला और उन्होंने नौकरी बदल ली। सचिन बंसल ने अमेजन में एक साल के आस-पास नौकरी की और इसके बाद उन्होंने अपना बिजनेस शुरू करने के लिए 2007 में नौकरी छोड़ दी।

किताबें बेचने से शुरू हुआ सफर

अमेजन में नौकरी करते हुए उन्हें एक भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी बनाने का ख्याल आया। बिन्नी बंसल (Binni Bansal) के साथ मिलकर उन्होंने अक्टूबर 2007 में फ्लिपकार्ट नाम से कंपनी की शुरुआत की। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि फ्लिपकार्ट शुरू में सिर्फ किताबें बेचती थी और सिर्फ बेंगलुरू में ही सर्विस देती थी। धीरे-धीरे कंपनी बड़ी होती गई और देश भर में सर्विस देने लगी।

2000 करोड़ में खरीद ली Myntra

फ्लिपकार्ट ने 2014 में प्रतिस्पर्धी ई-कॉमर्स कंपनी मिंत्रा (Myntra) को 2000 करोड़ में खरीदकर सबको चौंका दिया। इसके बाद फ्लिपकार्ट ने फोनपे (PhonePe) और लेट्सबाय (LetsBuy) जैसी कंपनियों का भी अधिग्रहण किया। इस समय तक फ्लिपकार्ट भारतीय बाजार में अमेजन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी थी।

इसे भी पढ़ें: अगस्त में देश में कम हो गए 11 लाख मोबाइल सब्सक्राइबर, ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से घटी संख्या

Wallmart के सौदे से मिले 6700 करोड़

लंबे समय से भारतीय बाजार में पैर पसारने का मौका देख रही दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली। तब यह सौदा 16 अरब डॉलर यानी करीब 12 लाख करोड़ रुपये में हुआ था। इस सौदे से सचिन बंसल को 6700 करोड़ रुपये मिले थे।