कर्ज के बढ़ते बोझ की वजह से रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही। ग्रुप अब अपने वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस को बेचने की तैयारी में है। खबर है कि नॉन बैंकिंग फाइनैंशियल कंपनी InCred फाइनैंस अनिल अंबानी से इसके लिए डील कर सकती है। कर्ज चुकाने के लिए अनिल अंबानी बीते कई दिनों से अहम फैसले ले रहे हैं। माना जा रहा है कि अब वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस को बेचकर वह ग्रुप के ऊपर मंडरा रहे संकट के बादलों को थोड़ा कम कर सकते हैं।
हाल ही में अनिल अंबानी ने नॉन-कोर ऐसेट्स बिजनेस बेचने का फैसला किया है जिसके बाद इसी प्लानिंग के तहत आगे बढ़ रही है। 3500 करोड़ की प्रॉपर्टी का प्रबंधन करने वाली वेल्थ मैनेजमेंट रिलायंस वेल्थ के साथ अगर InCred फाइनैंस की डील अपने अंजाम तक पहुंचती है तो यह हाल ही वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस में तीसरी सबसे बड़ी डील साबित होगी। InCred अगर इस डील को पूरा कर लेती है तो वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस में यह उसकी सीधी एंट्री होगी। कंपनी ने अब तक वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस में हाथ नहीं आजमाया है।
मालूम हो कि बीते कुछ समय में वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस पर सेबी के एक फैसले का प्रभाव पड़ा है। दरअसल सेबी ने डिस्ट्रीब्यूटरों और निवेश सलाहकारों को म्यूचुअल फंड से मिलने वाली कमीशन को इस साल अप्रैल में बंद करने का आदेश जारी किया था। इस फैसले का वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों पर सीधा प्रभाव पड़ा है। मालूम हो कि अनिल अंबानी ने रिलायंस सिक्यॉरिटीज से अलग कर रिलायंस वेल्थ की स्थापना की थी।
वहीं हाल ही में रिलायंस ग्रुप ने अपने म्यूचुअल फंड बिजनस में भी हिस्सेदारी बेचने का भी एलान किया है। इसके अलावा रिलायंस कम्युनिकेशंस की अनुषंगी कंपनी ग्लोबल क्लाउड एक्सचेंज लिमिटेड (जीसीएक्स) ने अमेरिका में दिवाला प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन किया है। जीसीएक्स ने बयान में कहा कि उसने 75 प्रतिशत से अधिक ऋणदाताओं के समर्थन से स्वैच्छिक, चैप्टर 11 के तहत पुनर्गठन शुरू किया है।