अडानी ग्रुप देश में तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। इसी बीच खबर यह है जल्द अडानी पोर्ट एंड एसईजेड लिमिटेड (APSEZ) अपनी सहायक कंपनी अडानी हजीरा पोर्ट लिमिटेड (AHPL) के माध्यम से गुजरात में सूरत के पास स्थित हजीरा पोर्ट में 19 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप की योजना हजीरा पोर्ट को करीब 6 गुना तक बड़ा करने की है। वहीं, रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि एएचपीएल ने प्रशासन को पोर्ट का विस्तार करने का पूरा ब्यौरा सौपा है, जिसमें बताया गया है कि एएचपीएल हजीरा पोर्ट के दायरे को बढ़ाने के साथ पोर्ट की कार्गो क्षमता को भी 3 गुना तक बढ़ाना चहाता है।

जानकारी के मुताबिक, एएचपीएल की योजना पोर्ट के दायरे 228 हेक्टेयर से छह गुना बढ़ाकर 1,494 हेक्टेयर  करना है। मौजूदा समय में पोर्ट की कार्गो क्षमता 84.1 मिलियन मीट्रिक टन है, जो तीन गुना बढ़ाकर 234 मिलियन मीट्रिक टन करने की योजना है।

क्षमता विस्तार पर सूत्रों का कहना है कि हजीरा पोर्ट प्रोजेक्ट पर 150 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो क्षमता में विस्तार का प्रस्ताव दिया गया है, यहां पर बहुउद्देशीय कार्गो फैसिलिटी का विस्तार किया जाना है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 19 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी।

इस प्रोजेक्ट के साथ एएचपीएल की योजना पानी संबधी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक डिसेलिनेशन प्लांट लगाने की है, जिसकी क्षमता करीब 37.5 एमएलडी (Million Litre Per Day) बताई जा रही है।

मौजूदा समय में एएचपीएल कई तरह के कार्गो संभालती है, जिसमें बल्क, ब्रेक-बल्क, बल्क लिक्विड केमिकल, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और एडिबल ऑयल, कंटेनर्स, ऑटोमोटिव और क्रूड शामिल हैं। दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर निकट होने का लाभ भी एएचपीएल को मिलता है, जो इसकी  कनेक्टिविटी को उत्तरी, पश्चिम और मध्य भारत बेहतर बनता है।

बता दें, अडानी पोर्ट देश की सबसे बड़ी पोर्ट कंपनी है। यह देश में 13 पोर्ट और टर्मिनल का परिचालन करता है। वित्त वर्ष 2021-22 में अडानी पोर्ट की आय 15,934 करोड़ और मुनाफा 4,728 करोड़ रुपए रहा था।