अडानी ग्रुप गुजरात के अहमदाबाद हवाई अड्डे को विकसित करेगा। इसके लिए अडानी ग्रुप अगले 5 सालों (2023-27) में 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश अहमदाबाद हवाई अड्डे पर करेगा। अगले 5 सालों में अहमदाबाद एयरपोर्ट पर यात्री संचालन क्षमता में भी तीन गुना की वृद्धि होगी। वर्तमान में हर वर्ष अहमदाबाद एयरपोर्ट पर करीब 90 लाख यात्री आते-जाते हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट को क्षेत्रीय केंद्र भी बनाया जाएगा।

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार पिछले हफ्ते निवेशकों के सामने एक प्रेजेंटेशन के दौरान अडानी ग्रुप के अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद हवाई अड्डे को भुज, कांडला, जामनगर और भावनगर जैसे हवाई अड्डों से जोड़कर एक क्षेत्रीय केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री संचालन क्षमता वर्तमान में 90 लाख है, जो वर्ष 2027 में बढ़कर 2 करोड़ 80 लाख कर दी जाएगी।

प्रेजेंटेशन में कहा गया कि अहमदाबाद एक “वित्तीय राजधानी” है जहां पर्यटन के अवसर और औद्योगिक आधार भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रेजेंटेशन में कहा गया कि शहर में होटल के कमरों की संख्या में 8.59 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर देखी गई है। राजस्व को बढ़ावा देने के लिए हवाई अड्डे में वाणिज्यिक क्षेत्र को मौजूदा 2,000 वर्ग मीटर (वर्ग मीटर) से बढ़ाकर 2025 तक 9,000 वर्ग मीटर कर दिया जाएगा। अडानी समूह चाहता है कि प्रीमियम ब्रांड अहमदाबाद हवाईअड्डे पर अधिक आउटलेट खोलें, ताकि अधिक राशि का लेनदेन सुनिश्चित हो सके।

अडानी ग्रुप को 1300 करोड़ का ठेका

अडानी ट्रांसमिशन ने गुरुवार को बताया कि उसे BEST (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) अंडरटेकिंग के लिए 10.80 लाख स्मार्ट मीटर लगाने और बनाए रखने का सौदा मिला है। सूत्रों के अनुसार यह सौदा लगभग 1,300 करोड़ रुपये का है। मुंबई को बिजली की आपूर्ति करने वाले BEST के मुताबिक स्मार्ट इलेक्ट्रिक मीटर की स्थापना जल्द ही शुरू हो जाएगी और अगले 12 महीनों में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि दो दिन पहले अडानी ग्रुप ने एमआरओ एयर वर्क्स के साथ 400 करोड़ रुपये की डील साइन किया है।

अडानी ट्रांसमिशन द्वारा जल्द ही मीटर लगाने का काम शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी ने एक बयान में कहा, “अधिदेश के हिस्से के रूप में स्मार्ट मीटर और संबंधित संचार और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर 30 महीने की अवधि में स्थापित किया जाएगा और अगले 90 महीनों तक बनाए रखा जाएगा।” बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार ये स्मार्ट मीटर बेस्ट ग्राहकों को अपनी बिजली की खपत की ऑनलाइन निगरानी करने में सक्षम बनाएगा।