देश के प्रमुख कारोबारियों में शामिल गौतम अडानी अपने बिजनेस से जुड़े फैसलों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। वह उन चंद व्यापारियों में शामिल है जिन्होंने बेहद कम वक़्त में सफलता पाई है। पिछले समय में उनकी संपति में कई गुना की बढ़ोतरी हुई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक अडानी 82.2 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के 11 वें सबसे अमीर व्यक्ति है।
हीरे के कारोबार से की शुरुआत: गौतम अडानी महज 16 की उम्र में कारोबार के दांवपेच समझने मुंबई आ गए थे। जहां उन्होंने करोबार का हुनर सिखा फिर वापस गुजरात लौट गए। वापस आने के बाद अडानी ने अपने भाई के साथ मिलकर 1981 में प्लास्टिक की फैक्ट्री में काम शुरू किया। अडानी की जिंदगी में सबसे बड़ा मोड़ 1988 में इम्पोर्ट- एक्सपोर्ट करोबार शुरू करने के बाद आया। जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। बाद में अडानी ने अपनी इस अडानी इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कंपनी का नाम बदलकर अडानी इंटरप्राइजेज रख दिया।
1994 में लिस्ट कराई पहली कंपनी: गौतम अडानी ने ग्रुप की पहली कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज को 1994 में लिस्ट कराया था।वर्तमान में अडानी ग्रुप की 7 कंपनियां शेयर बाज़ार में लिस्टेड है। जिसमें अडानी ग्रीन एनर्जी का बाजार पूंजीकरण सबसे अधिक है। जबकि अडानी पॉवर का बाजार पूंजीकरण सबसे कम है।
10 साल में 12 गुना बड़ा हुआ अडानी ग्रुप: अडानी ग्रुप देश में तेजी से अपने पांव पसार रहा है। यदि पिछले 10 सालों की बात करें तो अडानी ग्रुप का आकार 75 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 9.18 लाख करोड़ रुपए पहुंच हुआ है। इस दौरान कंपनी के पास एक बंदरगाह से बढ़कर 13 बंदरगाह हो गए है। जबकि समूह के पास मुंबई, अहमदाबाद जैसे 7 देश के महत्वपूर्ण एयरपोर्ट आ चुके हैं। ग्रुप का विस्तार अन्य कारोबारों जैसे डेटा सेंटर, मीडिया, गैस आदि में हो चुका है।
इस दौरान अडानी ग्रुप की जहां 2011 में 16,825 करोड़ रुपए थी। वह 2021 तक बढ़कर 77,520 करोड़ रुपए हो गई। जबकि ग्रुप का शुद्ध मुनाफा 1,830 करोड़ रुपए से 4.4 गुना बढ़कर 8,042 करोड़ हो गया।