देश में एक अरब लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं। यानि की लगभग देश की 80 प्रतिशत जनसंख्‍या के पास आधार कार्ड हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने साढ़े पांच साल में एक अरब से अधिक आधार कार्ड जारी किए हैं। केंद्रीय संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रसाद ने कहा, ‘देश में 100 करोड़ से अधिक निवासी आधार के तहत पंजीकृत हैं। आधार बिना बिचौलिए के गरीबों तक पहुंचने का एक जरिया है।’

पहला आधार कार्ड 2010 में जारी किया गया था। आज यह वयस्कों में 93 फीसदी के पास, 5-18 वर्ष के बच्चों में 67 फीसदी के पास और पांच साल तक के बच्चों में 20 फीसदी के पास है। 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में 90 फीसदी आबादी के पास आधार कार्ड है, जबकि 13 अन्य में यह 75-90 फीसदी के पास है। प्रसाद ने कहा, ‘हर रोज 5-7 लाख से अधिक लोग आधार में पंजीकरण कराते हैं। यह अब दुनिया में सबसे बड़ा ऑनलाइन डिजिटल पहचान का मंच बन चुका है।’

प्रसाद ने कहा, ‘अब तक 25.48 करोड़ बैंक खाते, 71 फीसदी से अधिक रसोई गैस कनेक्शन और 45 फीसदी से अधिक राशन कार्ड आधार से जोड़ दिए गए हैं। यूआईडीएआई आज रोजाना 40 लाख से अधिक नकदी लेन-देन को प्रमाणित करता है। सरकार ने कहा है कि आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम से 31 मार्च 2016 तक 10.76 करोड़ लेन-देन हो चुके हैं, जबकि 31 मार्च 2014 तक इसकी संख्या 46 लाख थी।’