इस साल जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान मूल्य के लिहाज से घरों की बिक्री 68 फीसद बढ़कर लगभग 1.11 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। रियल एस्टेट ब्रोकरेज फर्म प्रापटाइगर के अनुसार, इस दौरान प्रमुख शहरों में मात्रा और मूल्य दोनों के लिहाज से तेजी रही। प्रापटाइगर डाट काम ने अपनी तिमाही रपट ‘रियल इनसाइट रेजिडेंशियल: जनवरी-मार्च 2024’ में कहा कि मूल्य के लिहाज से आवास बिक्री इस साल जनवरी-मार्च में 1,10,880 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 66,155 करोड़ रुपए थी।
आरईए इंडिया के समूह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और प्रापटाइगर डाट काम के कारोबार प्रमुख विकास वधावन ने कहा कि घरों की बिक्री में मात्रा और मूल्य, दोनों लिहाज से वृद्धि समग्र अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है, क्योंकि सीमेंट और इस्पात सहित 200 से अधिक सहायक उद्योग इस पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि इस साल की पहली तिमाही में क्षेत्रफल के लिहाज से आवास बिक्री 63 फीसद बढ़कर 16.2 करोड़ वर्ग फुट हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 9.9 करोड़ वर्ग फुट थी।
समीक्षाधीन अवधि में संख्या के लिहाज से घरों की बिक्री 41 फीसद बढ़कर 1,20,640 इकाई हो गई, जो पिछले साल की इसी अवधि में 85,840 इकाई थी। वहीं, एक अन्य रपट में कहा गया है कि देश के आठ बड़े शहरों में घरों की बिक्री जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 9 फीसद ज्यादा दर्ज की गई है। रपट में यह भी बताया गया है कि देश में आफिस स्पेस (किराए पर दफ्तर) के लिए मांग भी जोरों पर है। सालाना आधार पर इसमें 43 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है।
संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने भारत रियल एस्टेट: कार्यालय और आवासीय रपट (जनवरी-मार्च 2024) नाम से जारी रपट में कहा है कि कार्यालय का किराया एक से नौ फीसद बढ़ा है। नाइट फ्रैंक इंडिया का कहना है कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर), मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और अहमदाबाद में जनवरी-मार्च में आवासीय कीमतें सालाना आधार पर दो से 13 फीसद के दायरे में बढ़ीं।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी-मार्च में आठ प्रमुख शहरों में आवासीय बिक्री बढ़कर 86,345 यूनिट हो गई, जो एक साल पहले 79,126 यूनिट थी। इस वर्ष जनवरी-मार्च में कार्यालय स्थान का सकल पट्टा 43 फीसद बढ़कर 1.62 करोड़ वर्ग फुट हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.13 करोड़ वर्ग फुट था।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने रिपोर्ट पर कहा कि रियल एस्टेट बाजार ने एक और असाधारण अवधि का अनुभव किया जिसमें कार्यालय और आवासीय दोनों क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन शामिल है। उन्होंने कहा कि रेसिडेंशियल सेगमेंट में खास तौर पर महत्वपूर्ण उछाल देखा गया। ऐसा एक करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत की कैटेगरी में बिक्री में लगातार बढ़ोतरी से हुआ। कुछ दिनों पहले, रियल एस्टेट सलाहकार एनाराक ने भी अपनी एक रपट में कहा था कि सात बड़े शहरों में घरों की बिक्री या आवासीय बिक्री जनवरी-मार्च 2024 के दौरान 14 प्रतिशत बढ़ गई है।
इसमें बताया गया था कि सात बड़े शहरों में इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में आवासीय बिक्री 14 प्रतिशत बढ़कर 1,30,170 यूनिट हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,13,775 यूनिट थी। कुछ रपट में कहा गया है कि आवासीय मांग, खासकर प्रीमियम और अल्ट्रा-लग्जरी घरों के लिए अधिक है। इसके साल 2024 में और मजबूत होने की उम्मीद है।