केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने सिंडिकेट बैंक में कर्ज धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को तीन शहरों के 10 ठिकानों पर तलाशी ली। ये छापे जयपुर, उदयपुर और दिल्ली में एक साथ छापे मारे गए। मालूम हो कि सिंडिकेट बैंक में करीब 1000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।
सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि तलाशी घोटाले में कथित तौर पर शामिल बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों और कुछ निजी लोगों के आवास और आधिकारिक परिसरों में 10 जगहों पर ली गई। उन्होंने कहा कि मामला कर्ज के मकसद के लिए कथित तौर पर जाली दस्तावेज सौंपने को लेकर है। उन्होंने तलाशी अभियान के ब्योरे के बारे में और कुछ नहीं कहा।
सीबीआइ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सिंडिकेट बैंक दिल्ली के उप महाप्रबंधक, सिंडिकेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक, बैंक की एमआइ रोड के मुख्य प्रबंधक, मालवीय नगर शाखा के प्रबंधक, चितौडगढ़, उदयपुर स्थित बैंक के प्रबंधकों सहित अन्य लोगों पर करीब एक हजार करोड़ रुपए का घपला करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामले दर्ज किए हैं। बयान के मुताबिक बैंक अधिकारियों व अन्य लोगों ने फर्जी बिल, चैक के माध्यम से करीब एक हजार करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप है।