TCS layoffs: टाटा ग्रुप की कंपनी TCS में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी के खिलाफ आईटी और आईटीईएस कर्मचारी संघ (UNITE) ने मंगलवार को चेन्नई में विरोध प्रदर्शन किया। इस छंटनी का असर मध्यम और सीनियर स्तर के कर्मचारियों पर पड़ेगा।
क्या 30,000 कर्मचारियों को निकाला जाएगा?
UNITE ने X (Twitter) पर कहा, ‘आज आईटी और आईटीईएस कर्मचारी संघ ने चेन्नई में TCS द्वारा घोषित 12,000 कर्मचारियों की छंटनी और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।’साथ ही संगठन ने IT कंपनी द्वारा छंटनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की तस्वीरें भी पोस्ट कीं।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने UNITE के Janani के हवाले से कहा, “TCS सीनियर और प्रबंधन स्तर (Managerial Levels) पर कर्मचारियों की छंटनी की प्रोसेस में है। इसके परिणामस्वरूप लगभग 30,000 से 40,000 कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है।”
IT कर्मचारियों के संघ ने कहा कि कंपनी अनुभवी कर्मचारियों की जगह 80-85% कम वेतन पर नए कर्मचारियों को नियुक्त कर रही है।
जीएसटी की पाठशाला: GST क्या है? आसान भाषा में समझें पूरी जानकारी
कंपनी ने किया 30,000 कर्मचारियों की छंटनी के दावे को खारिज
हमारी सहयोगी फाइनेंशियल एक्सप्रेस को दिए एक बयान में TCS ने 30,000 कर्मचारियों की छंटनी की बात को खारिज किया है।
एक बयान में TCS ने कहा, “ये अटकलें गलत और भ्रामक हैं। जैसा कि पहले बताया गया था, इसका प्रभाव हमारे कार्यबल के 2% तक सीमित है।”
संघ ने मांग की है कि आईटी कंपनी कर्मचारियों को हटाने के बजाय उन्हें ट्रेनिंग देकर कुशल बनाए।
UNITE की प्रेस विज्ञप्ति के एक हिस्से में लिखा था, “2.55 लाख करोड़ के रेवेन्यू, 24.3% के Operating Profit Margin और 45,588 करोड़ के डिविडेंड के साथ 12,000 नौकरियां समाप्त हो गई हैं।”
PPF: 1.5 लाख रुपये के सालाना निवेश, मैच्योरिटी पर मिलेगा मोटा पैसा; यहां जानें पूरा कैलकुलेशन
हाल ही की एक पोस्ट में UNITE ने कहा कि IT कंपनी “फायदे” के लिए कर्मचारियों की “छँटनी” कर रही है।
आईटी कंपनी ने कहा, “टीसीएस कर्मचारियों की छंटनी जरूरत से नहीं, बल्कि लाभ के लिए कर रही है। सीनियर कर्मचारियों को निशाना बनाना और अवैध छंटनी को बढ़ावा देना आईटी सेक्टर में रोज़गार सुरक्षा पर हमला है।”
इसमें आगे कहा गया, “कर्मचारी बैलेंस शीट पर संख्याएं नहीं हैं – हम न्याय की मांग करते हैं!”