उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष… यह बड़ी उपलब्धि का बड़ा उत्सव था, जिससे संदेश भी बडे़ निकले हैं। एक लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों के धरातल पर उतरने का देश-दुनिया में सकारात्मक संदेश गया है। संदेश ये भी गया है कि किस तरह एक छोटा राज्य अपने बडे़ प्रयासों से ऐसी उपलब्धि हासिल कर सकता है, जिसे आम तौर पर बहुत मुश्किल माना जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जिस तरह से उत्तराखंड के प्रयासों की सराहना करते हुए इस संदेश को ताकत दी है, उसके भी खास मायने हैं। निवेशकों का उत्तराखंड के प्रति और रूझान बढ़ने की भी उम्मीद की जा रही है।
दिसंबर 2023 में निवेशक सम्मेलन में 3.5 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव जब उत्तराखंड को प्राप्त हुए थे, तब इसे भी बड़ी उपलब्धि माना गया था। मगर कठिन भौगोलिक स्थितियां होने के बावजूद जिस तरह से राज्य में तीस फीसदी प्रस्ताव जमीन पर उतरे हैं, उसे और बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इस उपलब्धि का इसलिए भी महत्व है, कि करीब डेढ़ साल की छोटी अवधि में उत्तराखंड ने यह काम करके दिखाया है।
निश्चित तौर पर इस उपलब्धि के बाद अब उत्तराखंड की का शेष निवेश प्रस्तावों की ज्यादा से ज्यादा ग्राउंडिंग पर फोकस रहेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में इस अपेक्षा का जिक्र भी किया है। उद्योग जगत की हस्तियों का मानना है कि आर्थिक विकास के लिए जिस नई दिशा में उत्तराखंड चल निकला है, उसमें आने वाले दिनोे में और सुंदर तस्वीर दिखनी तय है।
पीएम संग सीएम की केमिस्ट्री का कमाल
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी की गजब की केमिस्ट्री है। इस केमिस्ट्री का कमाल ही है कि निवेश के मामले में उत्तराखंड ने ऊंची छलांग लगाई है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सीएम ने कड़ी मेहनत की है। निवेशकों को बेहतर सुविधाएं और माहौल देने के लिए उनके प्रयासों पर अब सफलता का रंग चढ़ रहा है। पीएम सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों से दिल्ली जाकर सीएम लगातार मिलते रहे हैं। केंद्र की सहायता से उत्तराखंड को अपने संकल्प को पूरा करने में खासी मदद मिली है।