पवित्र चारधाम यात्रा—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ—30 अप्रैल 2025 से आरंभ हो चुकी है। इस बार उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित और निर्बाध बनाने के उद्देश्य से व्यापक प्रबंध किए हैं। चारधाम यात्रा के पहले कुछ हफ्तों में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। 12 मई 2025 तक कुल 6,05,183 श्रद्धालु चारधाम पहुंच चुके हैं, जिनमें 2,48,548 श्रद्धालु केदारनाथ, 1,30,205 बदरीनाथ, 1,04,300 गंगोत्री और 1,22,130 यमुनोत्री पहुंच चुके हैं।
यात्रा की समीक्षा और निर्देश– पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने एक बार फिर यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की और ज़मीनी अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने आवास, परिवहन और पुजारी वर्ग सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने पर ज़ोर दिया ताकि श्रद्धालुओं को एक यादगार अनुभव मिल सके।
रजिस्ट्रेशन और सुरक्षा की नई व्यवस्था
इस वर्ष श्रद्धालुओं के पंजीकरण के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया है—ऑनलाइन और ऑन-द-स्पॉट दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। श्रद्धालु registrationandtouristcare.uk.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश और विकास नगर (देहरादून) में ऑन-द-स्पॉट काउंटर लगाए गए हैं। ‘Tourist Care App’ और WhatsApp नंबर 8394833833 के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन संभव है।
हरित पहल: ग्रीन चारधाम यात्रा
राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के तहत ‘ग्रीन चारधाम यात्रा’ अभियान शुरू किया है। इसमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कम करने, प्लास्टिक अपशिष्ट के संग्रहण और निपटान के लिए कई एजेंसियों के साथ समझौते किए गए हैं।
बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए राज्य सरकार ने केदारनाथ में 17 बेड और बदरीनाथ में 45 बेड वाले नए अस्पताल शुरू किए हैं। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और 31 हेल्थ चेक-अप सेंटर स्थापित किए हैं जो विशेष रूप से ऊंचाई जनित बीमारियों पर निगरानी रख रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, 154 एंबुलेंस जिनमें 17 एडवांस लाइफ सपोर्ट यूनिट शामिल हैं, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात हैं। AIIMS ऋषिकेश द्वारा संचालित हेलिकॉप्टर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध है।
श्रद्धालुओं से अपील
उत्तराखंड सरकार ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले यात्रा पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराएं। 50 वर्ष से अधिक आयु के या पहले से बीमारियों से पीड़ित श्रद्धालुओं को यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी गई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में यात्रा के दौरान शरीर को ढालने (acclimatization), पर्याप्त जल सेवन और अधिक शारीरिक श्रम से बचने पर विशेष बल दिया गया है।
केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवा
सरकार द्वारा केदारनाथ यात्रा को और सुगम बनाने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे 16 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई को आसानी से तय किया जा सके, खासकर बुजुर्गों और बीमार श्रद्धालुओं के लिए। यह सेवा केवल IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर उपलब्ध है। टिकट बुकिंग से पहले उत्तराखंड पर्यटन पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। सरकार ने श्रद्धालुओं को चेताया है कि वे फर्जी वेबसाइटों या व्यक्तियों से सावधान रहें जो हेलिकॉप्टर टिकट के नाम पर ठगी कर सकते हैं।
झूठी खबरों से सावधान रहें
कुर्वे ने बताया कि कुछ शरारती तत्व यात्रा बंद होने की झूठी खबरें फैला रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि चारधाम यात्रा सुचारु रूप से जारी है और सरकार सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय कर रही है। श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि वे केवल http://www.uttarakhandtourism.gov.in और उत्तराखंड टूरिज्म के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल (Instagram, X, Facebook) से ही प्रमाणिक जानकारी प्राप्त करें। साथ ही, पंजीकृत श्रद्धालुओं को मौसम की जानकारी उनके मोबाइल नंबर पर WhatsApp के माध्यम से दी जा रही है।
देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आमंत्रण
पर्यटन सचिव ने देशभर के श्रद्धालुओं को इस पावन यात्रा में सम्मिलित होकर आध्यात्मिक अनुभव को और भी गहरा करने का निमंत्रण दिया और यह आश्वासन दिया कि उत्तराखंड सरकार उन्हें एक सुरक्षित, व्यवस्थित और अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।