ओडिशा की उपमुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री प्रवती परिदा (Pravati Parida) ने हाल ही में राज्य में “पर्यटन की असीम संभावनाओं” पर जोर दिया। 4 अक्टूबर को शिलांग में आयोजित फाइनेंशियलएक्सप्रेस डॉट कॉम एडवेंचर टूरिज्म मीट (एटीएम) में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए उन्होंने ओडिशा में पर्यटन को लेकर चल रही पहलों और योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।

परिदा ने बताया कि ओडिशा में कई थीम आधारित पर्यटन सर्किट विकसित किए जा रहे हैं। इनमें बौद्ध सर्किट, एकामरा कॉरिडोर (आध्यात्मिक यात्रा), पुरी-कोणार्क हेरिटेज कॉरिडोर जैसे प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोरापुट के देवमाली क्षेत्र में नई सुविधाओं की योजना बनाई जा रही है। साथ ही, सिमलीपाल, हीराकुंड रिवरफ्रंट और भित्रकनिका वेटलैंड्स को इकोटूरिज्म के लिए विकसित किया जा रहा है।

पर्यटकों के लिए पुरी और कोणार्क में मजबूत हो रहे हैं बुनियादी ढांचे

पर्यटकों के लिए पुरी और कोणार्क में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास जारी हैं। परिदा ने बताया कि सरकार इन स्थलों पर परियोजनाओं के विकास के लिए बड़े होटल व्यवसायियों को आमंत्रित कर रही है। पुरी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी प्रस्तावित है। साहसिक गतिविधियों में ट्रेकिंग, स्कूबा डाइविंग और वाटर स्पोर्ट्स को प्राथमिकता दी जा रही है। कटक स्थित सिल्वर सिटी बोट क्लब जैसी जगहों को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है।

परिदा ने बताया कि राज्य की 2022 की साहसिक पर्यटन नीति को जल्द लागू किया जाएगा। शिलांग में आयोजित साहसिक पर्यटन मीट को उन्होंने बेहद शिक्षाप्रद बताया। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस समूह को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और अन्य मंत्रियों व विशेषज्ञों के साथ विचार साझा करना लाभकारी बताया।

उन्होंने मेघालय के प्रसिद्ध चेरापूंजी की गुफाओं और वहां के होमस्टे का दौरा किया। उन्होंने कहा कि चेरापूंजी की यात्रा एक मंत्रमुग्ध करने वाला अनुभव था। होमस्टे के मालिकों से बातचीत के दौरान उन्होंने जाना कि वे अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए क्या प्रयास कर रहे हैं। परिदा ने बताया कि यह अनुभव ओडिशा में होमस्टे परियोजनाओं को बेहतर बनाने में सहायक होगा।

परिदा ने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में ओडिशा के मनियाबांधा गांव को भारत सरकार द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव’ का पुरस्कार मिला। उन्होंने गांव की कपड़ा परंपरा की सराहना करते हुए इसे एक जीवंत कुटीर उद्योग बताया। ओडिशा में साहसिक पर्यटन को लेकर उन्होंने कहा कि यह युवाओं को आकर्षित करेगा और राज्य में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करेगा। साथ ही, ओडिशा के प्रसिद्ध इको रिट्रीट को और किफायती बनाया जा रहा है, ताकि अधिक पर्यटक इसका लाभ उठा सकें। सरकार नए और ऑफबीट पर्यटन स्थलों के विकास पर भी विचार कर रही है।

परिदा ने कहा कि साहसिक पर्यटन न केवल पर्यटकों को अनूठे अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा। ओडिशा में पर्यटन के ये प्रयास राज्य को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेंगे।