बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मध्यप्रदेश के तेज तर्रार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 6 नवंबर को बिहार की विधानसभाओं में धुंआधार प्रचार किया। उन्होंने मधुबनी जिले की बिस्फी विधानसभा में हरिभूषण ठाकुर बचौल, गया जिले की वजीरगंज विधानसभा में बीरेंद्र सिंह के समर्थन में जनता से वोट देने की अपील की। उनकी सभा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। क्या बच्चे-क्या बूढ़े-क्या महिलाएं- क्या युवा, हर वर्ग का समाज उनकी बात सुनने सभा स्थल पहुंचा।
सीएम डॉ. मोहन यादव बिहार विधानसभा में जनता को प्रभावित करने में सफल रहे हैं। उन्होंने जनसभा में कहा कि यह चुनाव धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई है। वे कांग्रेस के नेता और संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर बरसे।
जनसभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश का परिदृश्य बदला है। दुनिया में भारत का विशेष स्थान बना है। देश में सांस्कृतिक विकास की धारा बह रही है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर और उज्जैन में बाबा महाकाल का महालोक बना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके साथी सालों तक अयोध्या में भगवान श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भव्य श्रीराम मंदिर बना। बिहार में डबल इंजन की सरकार में अब माता सीता का धाम भी बनेगा। कांग्रेस का मन छोटा है। कांग्रेसी कभी सीताजी का मंदिर नहीं बनाएंगे। उज्जैन में महाकाल लोक बनने पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी। पिछले साल वहां 7 करोड़ भक्त पहुंचे। उन्होंने कहा कि दुनिया भारत को भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की धरती से रूप में पहचानती है। हजारों सालों से यही हमारी पहचान है।
विपक्ष को लिया आड़े हाथ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह चुनाव धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई है। दुश्मन बहुत चालाक है। विपक्ष के नेता कितने प्रकार के झूठ बोलते हैं। चुनाव में कांग्रेस और साथियों की नैया डूबते देख नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा चुनाव में बेईमानी का दावा कर रहे हैं। राहुल कह रहे हैं कि अब बिहार चुनाव में भी यही होगा। लेकिन, राहुल गांधी किस मुंह से कहें कि उनकी ये हालत क्यों हो रही हैं। अगर कांग्रेसी आपके पास आएं तो उनसे पूछिए कि क्या कभी अयोध्या और मथुरा-वृंदावन गए? उन्होंने वहां मंदिरों के निर्माण में अड़ंगे लगाए। क्योंकि, विपक्ष को वोट बैंक का डर है। ये छोटी सोच वाले लोग हैं।
