दुनिया मेरे आगे: शहर का दूसरा छोर जिंदगी के मायने, आम धारणाएं, समाज, मान्यताएं, लोग, गली, चबूतरे, बवाल, पड़ोसी, थकान, रिश्ते, विवशताएं, प्यार, संबंध, जुड़ाव, स्त्री-पुरुष, बेटा-बेटी,… By संतोष यादवSeptember 28, 2018 03:18 IST
दुनिया मेरे आगेः जगह का समाजशास्त्र किसी जगह का इस्तेमाल कौन कर सकता है और कौन नहीं- यह बात हमें उस समाज के बारे में कई… By संतोष यादवJune 23, 2017 02:52 IST
भरोसे का जीवट वे एक व्यवस्था का रूपक होती हैं। उत्तर प्रदेश में आंबेडकर नगर जिले के घुघुलपट्टी गांव में गुजरे अपने बचपन… By संतोष यादवUpdated: April 18, 2017 11:46 IST
मशीन कौन अगर व्यक्ति समय से आना चाहे तो दुनिया की कोई ताकत उसे ऐसा करने से नहीं रोक सकती! व्यक्ति कितना… By संतोष यादवMay 13, 2016 03:10 IST
रोज इन 10 Mistakes को दोहराएंगे तो हमेशा Blood Pressure रहेगा हाई, तुरंत अपनी गलतियों में करें सुधार, टल सकती है बड़ी परेशानी
‘सीट बंटवारे में अच्छी और बुरी सीटों के बीच संतुलन होना चाहिए’, बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन के दलों से बोली कांग्रेस
‘चार्ली किर्क की हत्या अमेरिका के लिए काला क्षण’, ट्रंप बोले- राजनीतिक हिंसा के गुनहगारों का होगा अंत
‘गुलाम बनाने वालों के नाम पर बच्चों-सड़कों के नाम क्यों?’ – विवेक अग्निहोत्री ने फिर कसा तैमूर नाम पर तंज