
Book Review: जन प्रतिनिधि प्रतिनिधित्व कानून के खिलाफ अध्यादेश की प्रति फाड़ना उनकी बड़ी गलती थी। इससे उनके विरोधियों को…
Book Review: जन प्रतिनिधि प्रतिनिधित्व कानून के खिलाफ अध्यादेश की प्रति फाड़ना उनकी बड़ी गलती थी। इससे उनके विरोधियों को…
Mukesh Bhardwaj book Manmodi: ‘मनमोदी’ किताब सत्ता और लोक के बीच बनते बिगड़ते संबंध, मीठी-कड़वी सच्चाइयों और कर्तव्य से डिग…
Book Review: डॉ. सांत्वना श्रीकांत अपनी किताब ‘भारतीय नारी स्थति और गति’ में लिखती हैं कि वेदों में स्त्री के…
मुकेश भारद्वाज का उपन्यास ‘नक्काश’ महज जासूसी कथा भर नहीं है। यह भारतीय राजनीति के साथ बदलते सामाजिक परिवेश से…
नारायण मूर्ति के बयान का समर्थन करने वालों में ज्यादातर वे लोग हैं जिनकी आय लाखों में हैं। वे कह…
Begunah, a Novel by Mukesh Bhardwaj: अंग्रेजी में सर आर्थर कानन डायल को बख्श दें तो भारत में भी जासूसी…
हिंदी में जासूसी लेखन परंपरा में गोपालराम गहमरी, खत्री जी के बाद ऐसे लेखक हैं जिनके उपन्यासों को पढ़ने के…
देव आनंद के लिए तमाशा नहीं, अहसास था प्रेम। स्त्री-पुरुष के बीच मित्रता और प्रेम निजी विषय है। यह किसी…
लेखक और वरिष्ठ पत्रकार मुकेश भारद्वाज के सद्य प्रकाशित उपन्यास ‘मेरे बाद…’ के नायक अभिमन्यु का जलवा तो जेम्स बांड…
अनामिका हमेशा कहती है कि एक दिन हम सब शून्य में बदल जाएंगे। मगर हम क्या देकर जाएंगे। धरती और…
मुकेश भारद्वाज की नई किताब ‘सत्ता का मोक्षद्वार : महाभारत’ (वाणी प्रकाशन) की समीक्षा पढ़िए।