
हमारी स्कूली शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा व्यवस्था ठीक हो जाए, तो बच्चे न कोचिंग संस्थानों की तरफ…
हमारी स्कूली शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा व्यवस्था ठीक हो जाए, तो बच्चे न कोचिंग संस्थानों की तरफ…
हम देश के दूसरे स्कूल-कालेजों को बेहतर क्यों नहीं कर पा रहे? स्कूल-कालेजों में पुस्तकालय और प्रयोगशाला क्यों नहीं हैं?…
केवल आरोप-प्रत्यारोप से रास्ता नहीं निकलेगा। विकल्प यही है कि हमारी अगली पीढ़ियों को ऐसी शिक्षा दी जाए, जिसमें तर्क…
आगामी सत्र में लगभग पचास केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले एकीकृत प्रवेश परीक्षा से होंगे।
भारतीय भाषाओं में पढ़ने-पढ़ाने का अर्थ अंग्रेजी समेत किसी भी विदेशी भाषा का विरोध नहीं है। भाषा के रूप में…
वैसे तो हमारी पूरी शिक्षा प्रणाली ही इसके लिए जिम्मेदार है, जहां आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों से निकले डॉक्टर, इंजीनियर…
जिस अनुपात में देश की आबादी बढ़ी है, साक्षरता बड़ी है, सरकारी नौकरियां उस रफ्तार से नहीं बढ़ीं और मौजूदा…
सरकारी कमजोरी की वजह से निजी क्षेत्र शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, रेल में लगातार अपने पैर पसार रहा है। अच्छा हो,…
कोठारी समिति ने 1970 के दशक में जब भारतीय भाषाओं के छात्रों के लिए सिविल सेवा के दरवाजे खोले थे…
अपनी भाषाओं में सिविल सेवा परीक्षा की शुरुआत होने से दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग के हजारों उम्मीदवार देश…
सच यह भी है कि शिक्षा की हालत दिनोंदिन और बिगड़ रही है। लगभग सभी अध्ययन बताते हैं कि आठवीं…
हम आजादी के बाद वैज्ञानिक चेतना के नारे तो दीवारों पर लिखते रहे हैं, लेकिन समाज में वैज्ञानिक चेतना दूर-दूर…