
भारतीय बैंकों के लिए वित्तवर्ष 2016-17 बहुत अभागा रहा। मार्च 2016 से शुरू हुआ ‘बैड लोन’ का सिलसिला अब तक…
भारतीय बैंकों के लिए वित्तवर्ष 2016-17 बहुत अभागा रहा। मार्च 2016 से शुरू हुआ ‘बैड लोन’ का सिलसिला अब तक…
हमारे देश में अभी तक सरकारी सहायता केवल जरूरतमंद जनता को दी जाती रही है। नकदी या सामान के बतौर…
आज बिल गेट्स, वारेन बफेट जैसे केवल आठ धन्नासेठों के पास विश्व की आधी गरीब आबादी यानी 3.6 अरब जनता…
आर्थिक विकास के तमाम दावों के बावजूद आज भी देश की बाईस प्रतिशत आबादी कंगाल (गरीबी रेखा से नीचे) है।…
वित्तवर्ष अप्रैल-मार्च के बजाय जनवरी-दिसंबर करने और बजट फरवरी की जगह जनवरी में रखने की मांग पिछले एक दशक से…
अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी और जापान जैसे विकसित देशों में आम आदमी की माली हालत हमसे कहीं बेहतर है, फिर…
कर्ज पर वसूला गया ब्याज ही बैंकों की कमाई का मुख्य जरिया होता है। जब कर्ज देने को पैसा नहीं…
‘एन इकोनॉमी फॉर दी 1%’ नामक इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आज महज बासठ खरबपतियों की संपत्ति 17.6…
अब वर्ष 2016 में पांच (असम, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, पुदुच्चेरी), वर्ष 2017 में फिर पांच (गोवा, पंजाब, उत्तर प्रदेश,…
टैस्ट क्रिकेट में अव्वल दक्षिण अफ्रीका पर घरेलू शृंखला में शानदार जीत से भारतीय दर्शक भले ही गदगद हों, लेकिन…
चुनाव सुधार पर बरसों से चली आ रही बहस के बावजूद राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे का चरित्र ज्यों…
पहले पांच दिलचस्प तथ्य: 1- पिछले सत्तावन बरस में सरकारी मुलाजिमों का वेतन 225 गुना बढ़ गया है। 2- 1959 में…