
वर्तमान में हम और आप बर्बरीक की तरह हो गए हैं। ‘महा’ भारत की परिकल्पना में जन अपना योगदान देने…
वर्तमान में हम और आप बर्बरीक की तरह हो गए हैं। ‘महा’ भारत की परिकल्पना में जन अपना योगदान देने…
पर आकाश में तुरपे सूरज को मालूम नहीं था कि उसके चढ़ने से नीचे की हवा और धूल आपस में…
सोशल मीडिया अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का द्योतक है। बहुत-सी कमियां हैं उसमें, जिन पर जानकार लोग अपना उपदेश जरूर दे…
मैं कल रात इसलिए भी नहीं सो पाया था, क्योंकि देश की चिंता के साथ-साथ मुझे अपनी चिंता भी सता…
अनन्य सेवक महामहिम की छाया में आ खड़ा हुआ था। क्या किया? उन्होंने पूछा। सरकार, लोकतंत्र की लाठी की मार…
शिष्या ने झोले में हाथ डाला और फौरन स्वामी जी को एक सिगार थमा दिया। दूसरी ने कहीं से लाइटर…
जब बहुत सारे लोग एक से बेतरतीब फैसले करने लगते हैं तो वे समाज की दिशा तय कर देते हैं।…
भय का राज अफगानिस्तान की जीवन-शैली बन चुका है। अपने हों या पराए, दोनों से उसका रिश्ता डर की नींव…
वास्तव में नाले ऐसे विशेष प्राणी हैं, जो बरसात को घर के अंदर सम्मानजनक प्रवेश दिलाते हैं, घर के सामान…
फिर भी नए विश्वविद्यालय खुल रहे हैं और आइआइटी और आइआइएम कुकुरमुत्तों की तरह प्रकट हो रहे हैं। सरकार इनको…
संघर्ष करो मेरे खिलाफ। अपनी दुनिया को मेरी दुनिया से टकरा दो। मेरे सारे नियम तोड़ दो। एक तरफ चिरौरी…
अक्सर छवि प्रशासनिक अकर्मण्यता या अक्षमता की वजह से बिगड़ती है। उसको सुधारने के लिए प्रशासनिक क्षमता की बढ़त पर…