
डिजिटल मीडिया की सर्वाधिक उपयोगिता यह है कि इसके जरिए न्यूनतम समय में वैश्विक पहुंच संभव है। मगर यह भी…
डिजिटल मीडिया की सर्वाधिक उपयोगिता यह है कि इसके जरिए न्यूनतम समय में वैश्विक पहुंच संभव है। मगर यह भी…
अब भाषा का उपयोग सिर्फ घर-परिवार और समाज से संवाद के लिए नहीं, बल्कि मशीनों को निर्देश देने के लिए…
हमारी डिजिटल उपस्थिति से मिले डेटा दरअसल शोधों के विकास और सहायक ‘मशीन लर्निंग’ में केंद्रीय भूमिका निभा रहे हैं।…
लोक संवेदना के चिंतक कबीर जब यह कह रहे थे कि ‘संसकिरत है कूप जल, भाखा बहता नीर’ तो उनके…
देश में ‘नई शिक्षा नीति-2020’ के प्रभाव में आने के बाद मातृभाषा के माध्यम से शिक्षण पर नए सिरे से…
आज हम गूगल की शोध उपलब्धि को अपने माथे पर लगाकर गर्व महसूस कर रहे हैं।
हालांकि ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि इन सब पर आंख मूंद कर प्रतिबंध लगा दिया जाए, लेकिन ऐसा जरूर…
हिंदी में संज्ञा पदों के नाम-निर्धारण की पद्धति का अगर विश्लेषण किया जाए, तो एक बात बहुत स्पष्ट है। अगर…
मशीन कितनी भी ज्ञानवान हो जाए, संवेदना की उम्मीद उससे नहीं की जानी चाहिए। संवेदना के साथ कोई अपरिचित व्यक्ति…
स्वतंत्रता की मूल भावना के अनुरूप ही हम सब अपनी भाषा के प्रति सजग रहें, लेकिन दूसरों की भाषा के…
एक तर्क यह भी दिया जाता है कि पदनामों का कोई जेंडर नहीं होता। अगर कुछ समय के लिए यह…
यह एक डरावना तथ्य है कि भूमंडलीकरण के बाद खुली अर्थव्यवस्था में जिस चीज ने सबसे ज्यादा विकास किया या…