उनका पूरा नाम श्रीपति पंडिताराधुला बालासुब्रह्मण्यम था। वे मशहूर पार्श्व गायक, टेलीविजन प्रस्तोता, अभिनेता, संगीतकार, डबिंग कलाकार और फिल्म निर्माता थे। उन्हें अब तक के महान भारतीय गायकों में से एक माना जाता है। उन्होंने मुख्य रूप से तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम और हिंदी फिल्मों के लिए काम किया और कुल सोलह भाषाओं में गाने गाए। उनकी लोकप्रियता जितनी दक्षिण भारत में थी, उतने ही वे हिंदी फिल्मों में भी हुए।
एसपी बालासुब्रह्मण्यम का जन्म नेल्लोर में हुआ था। कम उम्र में ही संगीत में उनकी रुचि विकसित हो गई और उन्होंने बकायदा संगीत सीखा। उनके पिता चाहते थे कि वे इंजीनियर बनें, इसलिए उन्होंने इंजीनियर बनने के इरादे से जेएनटीयू कालेज आफ इंजीनियरिंग, अनंतपुर में दाखिला ले लिया।
मगर बालासुब्रमण्यम ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान संगीत का अभ्यास जारी रखा और गायन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते रहे। उन्होंने कई पुरस्कार जीते। उनका पहला आडिशन गीत ‘निलवे एननिदम नेरुंगधे’ था। पांच दशक से अधिक के करिअर में उन्होंने चार अलग-अलग भाषाओं- तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और हिंदी में अपने काम के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते।
तेलुगु सिनेमा में उनके काम के लिए पच्चीस आंध्र प्रदेश राज्य नंदी पुरस्कार और कर्नाटक और तमिलनाडु सरकारों से कई अन्य राज्य पुरस्कार प्राप्त हुए थे। इसके अलावा, उन्होंने छह फिल्मफेयर पुरस्कार जीते। पचास हजार से अधिक गाने रिकार्ड कराने के लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ। इसके अलावा उन्होंने एक दिन में तमिल में उन्नीस और हिंदी में सोलह गाने रिकार्ड किए, जिसे एक कीर्तिमान माना गया।
2016 में उन्हें भारत के सैंतालीसवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में भारतीय फिल्म व्यक्तित्व के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री (2001), पद्म भूषण (2011) और पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से सम्मानित किया था।
1980 के दशक में बालासुब्रह्मण्यम फिल्म‘ शंकरभरणम’ से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुए। इस फिल्म को तेलुगु फिल्म उद्योग से उभरने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में गिना जाता है। उन्होंने गीतों की रिकार्डिंग में ‘फिल्म संगीत’ सौंदर्य का इस्तेमाल किया। हिंदी फिल्मों में उन्होंने पहला गीत ‘एक दूजे के लिए’ (1981) गाया था, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।
उनके गाने शास्त्रीय संगीत पर आधारित थे, जैसे कि सागर संगमम (1983) और रुद्रवीना (1988) में, जिसके लिए इलैयाराजा और बालासुब्रमण्यम दोनों ने क्रमश: सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। बालासुब्रमण्यम ने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में अभिनेता सलमान खान के लिए पार्श्व गायन किया।
उसके गीत ‘दिल दीवाना’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। लता मंगेशकर के साथ बालासुब्रह्मण्यम का युगल गीत, ‘दीदी तेरा देवर दीवाना’, बहुत लोकप्रिय हुआ था। इसने बालासुब्रह्मण्यम को भारत में सबसे बड़े पार्श्व गायकों में से एक के रूप में प्रतिष्ठित किया। उन्होंने एआर रहमान की पहली फिल्म ‘रोजा’ में तीन गाने रिकार्ड किए। फिर उनका रहमान के साथ नाता जुड़ गया था।
उन्होंने कमल हासन, रजनीकांत, विष्णुवर्धन, सलमान खान, के. भाग्यराज, मोहन, अनिल कपूर, गिरीश कर्नाड, जेमिनी गणेशन, अर्जुन सरजा, नागेश, कार्तिक सहित विभिन्न कलाकारों के लिए आवाज दी। केजे येसुदास के साथ एसपी बीबालासुब्रमण्यम ने तेलुगु म्यूजिकल रियलिटी टीवी कार्यक्रम पदुथा थेयगा की मेजबानी और जज किया। अन्य कार्यक्रम जैसे पाडलानी उंडी, एंडारो महानुबावुलु और स्वराभिषेकम में भी दिखाई दिए।