‘मैं टिनटिन हूं और हम एक साथ मिटेंगे’। बेल्जियम के हास्य कलाकार जार्जेस प्रास्पर रेमी ने हर्जे के नाम से लिखना शुरू किया। हर्जे ने एक रोमांचक किरदार को जन्म दिया तो इच्छा जाहिर की, उनके किरदार को उनके जितना जीवन मिलने का। उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनके द्वारा रचा गया साधारण किरदार अमर हो जाएगा। हर्जे का जन्म 1907 में हुआ था और बीसवीं सदी के अंत तक टिनटिन का किरदार दुनिया भर की 70 से अधिक भाषाओं में अनूदित हो चुका था।

हर्जे जब 15 साल के किशोर थे तभी से उन्होंने उन इच्छाओं को एक किरदार का रूप दिया जैसा वे होना चाहते थे। उन्होंने टोटोर नाम के किरदार को लेकर कहानियां लिखनी शुरू कर दीं जो बाद में टिनटिन के रूप में विकसित हुआ। हर्जे ने 1920 के दशक में बेल्जियम के अखबार के लिए काम करना शुरू किया था। पहली बार 10 जनवरी 1929 को अखबार के बाल-पृष्ठ पर टिनटिन प्रकाशित हुआ। टिनटिन की कथा-पट्टी में साफ-सुथरी रेखाओं से न्यूनतम छायांकन होता था। यह शैली बाद में कामिक्स के रूप में काफी लोकप्रिय हुई।

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शुरुआत में श्वेत-श्याम रेखांकन के बाद टिनटिन रंगीन पन्नों पर छपने लगा था। टिनटिन को किशोर उम्र का रखा गया है। टिनटिन एक चालाक खोजी पत्रकार है जो जासूसी के काम करता है। इसलिए हम उसे पत्रकार और जासूस के बीच का किरदार मान सकते हैं, जो अपराधी की खोज से लेकर खजाने की खोज व वैज्ञानिक खोज तक के पीछे भागता है। वह अपराधियों से भिड़ जाता है। टिनटिन का रंग-रूप ऐसा रखा गया है कि इसे किसी खास देश, महादेश या नस्ल से नहीं जोड़ा जा सकता है। एक पतला सा लड़का जिसके सिर के बाल आगे की ओर उठे हुए हैं। वह एक फुर्तीला लड़का है जो किसी भी तरह की भाग-दौड़ कर सकता है।

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हर्जे पर आरोप लगा कि उन्होंने बच्चों के लिए रचे गए किरदार के जरिए अपनी पारंपरिक राजनीतिक विचारधारा थोपने की कोशिश की। टिनटिन की पहली कहानी ‘टिनटिन इन द लैंड आफ सोवियट्स’ थी। यह कहानी सोवियत रूस में कम्युनिस्ट शासन की मुखालफत में थी।
हर्जे ने चीनी-जापानी युद्ध की पृष्ठभूमि में ‘द ब्लू लोटस’ नाम की कहानी लिखी। ‘टिनटिन इन तिब्बत’ एक भावुक कहानी है, जिसमें वह अपने दोस्त चांग को बचाने के लिए तिब्बत जाता है। टिनटिन की कुल 24 कामिक्स प्रकाशित हुईं, जिनमें 23 पूरी थीं। हर्जे की मृत्यु के कारण अंतिम कहानी ‘टिनटिन एंड द अल्फा आर्ट’ अधूरी रही।

टिनटिन दृश्य माध्यमों का भी पसंदीदा बन गया। 2011 में स्टीवन स्पिलबर्ग ने ‘द एडवेंचर्स आफ टिनटिन: द सीक्रेट आफ द यूनिकार्न’ नाम से फिल्म बनाई। इसके साथ ही टिनटिन पर एनिमेशन आधारित कई कार्यक्रम बने। हर्जे ने टिनटिन के किरदार के जरिए बीसवीं सदी के राजनीतिक व सामाजिक प्रारूप को भी दर्ज किया है।