spiritual practice India, meditation and discipline
दुनिया मेरे आगे: जानने की जिद और उत्सुकता, कैसे एक उल्टी दिशा की पगडंडी ने बदल दी मंजिल और यादें?

जनसत्ता अखबार के स्तम्भ ‘दुनिया मेरे आगे’ में आज पढ़ें खुशी श्रीवास्तव के विचार।

Mobile Addiction, Smartphone Habit, Digital Detox, Dopamine Effect
दुनिया मेरे आगे: सिर्फ मन का एक वादा… और मोबाइल की लत से मिली आजादी, जहां वक्त भी अपना और रिश्ते भी मजबूत

सवाल है कि क्या स्मार्टफोन की इस लत से छुटकारा पाना मुश्किल है, या सिर्फ एक छोटा-सा संकल्प ही काफी…

fake vs real life, societal hypocrisy
दुनिया मेरे आगे: खोखली मुस्कान और चमक-दमक का समाज, क्या हम भूल चुके हैं असली जीवन की सादगी?

जनसत्ता अखबार के स्तम्भ ‘दुनिया मेरे आगे’ में आज पढ़ें सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ के विचार।

intelligence vs character, importance of morality
दुनिया मेरे आगे: बुद्धिमान बनाम चरित्रवान, जीवन में कामयाबी के लिए क्यों जरूरी है नैतिकता?

समाज में आज भी ऐसे बहुत से लोग मिलते हैं, जो उच्च शिक्षित नहीं हैं, लेकिन अपने उच्च नैतिक मूल्यों…

Truth of life, regret, life lessons, self realization, true love,
दुनिया मेरे आगे: एक झटका… और बदल गई जिंदगी! जिनकी कभी कद्र न की, वही बन गए सबसे अहम चीज; खोने के बाद ही दिखता है असली सच

जीवन बहुत जटिल है। कई बार सिर्फ एक झटका लगता है, एक ढलान आती है या सिर्फ एक टक्कर लगती…

हम कौन थे और क्या हो गए? जब विचारों की जगह TRP का शोर गूंजने लगा, यही है भारत का बौद्धिक पतन; पढ़ें राकेश सिन्हा का दृष्टिकोण

भारत अपने वैशिष्ट्य को कभी छोड़ता नहीं है। स्वाध्याय, सत्संग और शास्त्रार्थ की परंपरा इतनी गहरी और प्राचीन है कि…

Constructive Ideas, Mental Clarity, Thought Leadership, Inner Growth
दुनिया मेरे आगे: विचारों का मंथन या भटकाव, सुंदर समाज की राह में सोच का संतुलन क्यों जरूरी?

जब हम अपनी दुनिया, अपने समाज को लेकर सपना देखते हैं, जिसमें हम सुंदर, समृद्ध और स्वस्थ समाज की परिकल्पना…

दुनिया मेरे आगे: तेज रफ्तार जीवनशैली में बच्चों की परवरिश का संकट, चुनौतियां और समाधान

बच्चे की परवरिश में आस-पड़ोस की भूमिका बेहद महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। बच्चा घर के बाहर जिन बच्चों के साथ…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: जीवन का आधार है संबंध, इसी से हमारे कर्म का होता है निर्धारण

मनुष्य का संबंध सिर्फ मनुष्य से ही नहीं होता, बल्कि स्वयं से, विचारों, वातावरण, प्रकृति, जीव-जंतु आदि से जुड़ना भी…

Jansatta Blog
Blog: प्रकृति और स्त्री पर बदलते नजरिए, पोषणकारी शक्तियों से नियंत्रित सत्ता तक

जैसे-जैसे वैज्ञानिक क्रांति आगे बढ़ी, प्रकृति की पोषण देने वाली छवि कमजोर होती गई। विज्ञान और तर्कवाद के बढ़ते प्रभाव…

Jansatta Sarokar, jansatta Blog,
जनसत्ता सरोकार: डिजिटल जाल में फंसा समाज, क्या हम वाकई आगे बढ़ रहे हैं?

यह भी सच है कि समाज पुन: बैलगाड़ी या सरल तकनीक वाले दौर की ओर नहीं लौट सकता, लेकिन आधुनिक…

noida county society news, नोएडा अनोखी शादी
कोरोना काल में एक फोन पर सब्जी पहुंचाने आती थी ठेले वाले की बेटी, सोसाइटी के सीनियर सिटिजन ग्रुप ने बेटी मानकर कराई शादी

Noida County Society News: काउंटी सोसाइटी के सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन ने मिलकर पूरी शादी का खर्चा उठाया है और…

अपडेट