
दीनदयालजी भारत के उज्ज्वल अतीत से प्रेरणा लेकर उज्ज्वलतर भविष्य का निर्माण करना चाहते थे।
इक्कीसवीं सदी के भारत में बड़ा परिवर्तन नौकरशाही में सुधार से ही संभव होगा।
धरती के पर्यावरण में नम या आर्द्र भूमि की अहमियत वैसे ही है जैसे शरीर में गुर्दे की।
साम्राज्यवाद के पतन के बाद जितने भी देश स्वतंत्र हुए, उनमें से अधिकांश नें प्रजातांत्रिक प्रणाली को अपनाने का निश्चय…
महिलाओं के आर्थिक विकास के मुद्दे को बड़ी संख्या में बल तब मिलेगा, जब ऐसी शिक्षित लड़कियां स्वयं आगे बढ़…
पाकिस्तान पर न तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भरोसा है, न ही इस्लामिक देशों को।
आज भारत का मध्य वर्ग सिकुड़ता जा रहा है, निम्न वर्ग का विस्तार हो रहा है और ऐसे में भारतीय…
आम धारणा है कि सख्त कानून अपराध को रोकने में प्रभावी भूमिका निभाएंगे।
महिलाओं के पास अपने जीवन के विषय में निर्णय लेने का अधिकार और सम्मानपूर्ण जीवन जीने का अधिकार संरक्षित है।
अनुमान है कि आने वाले वर्षों में समुद्र के करीब बसे शहर सागर में विलीन हो सकते हैं।
यह कैसी शिक्षा है, जो केवल पैसा कमाना सिखाती है। जो शिक्षा मां-बाप को बच्चों से दूर कर देती है।