पिछले एक दशक से देश के हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए सतत प्रयास जारी है।
मणिपुर में रह-रह कर धधक रही आग को गंभीरता से लेते हुए वहां के अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक तबके में फैल…
हम सब जानते हैं कि संघर्ष ही जीवन है और जीवन की सार्थकता भी संघर्षों में ही है।
बीते छह वर्षों में नोटबंदी के परिणाम और आंकड़े आधिकारिक तौर पर देश के सामने प्रस्तुत नहीं हुए।
हमारे देश में अधिकांश शासकीय अस्पताल, फिर चाहे वे छोटे हो या बड़े, बदहाली के ही शिकार दिखते हैं।
अपनी सुख-सुविधाओं की खातिर इंसान प्रकृति की नाक में दम कर दिया है।
आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद वे प्रमुख खतरे हैं, जिन पर शंघाई सहयोग संगठन विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करता है।
साफ-सुथरे, हिसाब-किताब रखने वाले, वेतनभोगी और बैंक खाताधारक पर दो हजार रुपये की नोटबंदी से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ने…
गलत संगत में पड़कर युवा नशे के जाल में फंस कर अपना दिमागी संतुलन खो रहा है।
प्राचीन काल से लोग नदियों के जल से कृषि पशुपालन जैसे कार्य करते आए हैं।
व्यस्त जीवनचर्या का बड़ा हिस्सा मोबाइल निगल जा रहा है।
तारों का टूट कर पृथ्वी की कक्षा में गिरना अलग बात है। यह एक खगोलीय घटना है, जिसमें किसी ग्रह…