
चंद्रयान मिशन की सफलता के लिए नए उपकरण बनाए गए हैं। इस मिशन में एल्गोरिदम को और बेहतर किया गया…
चंद्रयान-3 का फोकस चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंड करने पर है। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के मुताबिक, अंतरिक्ष…
अगर चंद्रयान-3 की लांचिंग पूरी हो जाती है और यह सफल हो जाती है तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया…
Chandrayaan-3 को लॉन्च करने से पहले जरूरी परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।
ISRO अभी तक सात पुराने नाविक सैटेलाइट के जरिए काम चला रहा था, जिसमे तीन खराब हो चुके हैं।
सेवाओं को व्यापक बनाने के लिए इस सीरीज में L1 बैंड सिग्नल भी शामिल हैं।
रविवार को इसरो ने ‘रियूजेबल लॉन्च व्हीकल ऑटोनॉमस लैंडिंग मिशन’ (आरएलवी लेक्स) का सफलतापूर्वक संचालन किया।
36 उपग्रहों का पहला सेट 23 अक्टूबर, 2022 को लॉन्च किया गया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी की इसरो के वरिष्ठ अधिकारियों ने बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि साल 2030 तक…
उपग्रह को गिराने के लिए प्रशांत महासागर में एक निर्जन स्थान को चुना गया है।
इसरो ने बताया कि एसएसएलवी लघु, सूक्ष्म या नैनो उपग्रहों (10 से 500 किग्रा द्रव्यमान) को 500 किलोमीटर की समतलीय…
ISRO New Rocket Launch Today: ISRO ने शुक्रवार सुबह 9.18 बजे अपने सबसे छोटे रॉकेट SSLV को सफलतापूर्वक लॉन्च कर…