
‘अभी तो लड़की दसवीं में पढ़ रही है, छोटी है।’ मां ने एतराज किया था, लेकिन दादी की त्यौरियां चढ़…
Phanishwar Nath Renu Birth Anniversary: पटना के कॉफी हाउस का एक कोना ‘रेणु कार्नर’ के नाम से ही जाना जाता…
सनातनी धार्मिक चेतना का जो सकारात्मक इतिहास भारत में है वह दुनिया की अन्य सभ्यताओं और धर्मों की तुलना में…
ड्राइवर बताने लगा रसिका को कि अब गांव के लोग अपने बच्चों को साइकिल नहीं, स्कूटी दिला रहे हैं स्कूल…
हिंदी में जासूसी लेखन परंपरा में गोपालराम गहमरी, खत्री जी के बाद ऐसे लेखक हैं जिनके उपन्यासों को पढ़ने के…
शहर की लड़की से शादी होने के कारण रमेश ने अपनी बदली शहर में ही करवा ली। हीरेन के लाख…
‘अज्ञेय इन्टेंशनली प्राइवेट आदमी थे।’ यह गगनभेदी टिप्पणी ‘कलम का सिपाही’ लिखनेवाले मुंशी प्रेमचंद के छोटे बेटे अमृतराय ने कलम…
हिंदी साहित्य में ‘सहानुभूति’ और ‘स्वानुभूति या स्वानुभूत’ के टंटे की शुरुआत हुए आधी शताब्दी से अधिक समय व्यतीत हो…
प्रोफेसर मैनेजर पांडेय के निधन के बाद सोशल मीडिया पर भी कई गणमान्य लोगों ने अपनी शोक और संवेदनाएं जाहिर…
पत्रकारिता के पास तोप से लड़ने का हौसला बजरिए साहित्य ही आया। पश्चिम में पत्रकारिता एक आधुनिक विधा के रूप…
इधर कुछ ऐसी कृतियां आई हैं, जो ‘राम भरोसे’ बैठे हिंदी साहित्य के आत्मसम्मोहन को तोड़ने की कोशिश कर रही…