जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं में शून्यता को दिया गया है महत्त्व, मनुष्य का अस्तित्व एक गूढ़ रहस्य

हम दूसरों की नजरों में ‘कुछ’ बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस प्रयास में हम अपने वास्तविक स्वरूप से…

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दुनिया मेरे आगे: सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए मेहनत, धैर्य और समर्पण की होती है आवश्यकता, सपनों को साकार करने के लिए ठोस योजना बनाना आवश्यक

सफलता उन्हीं को मिलती है, जो इसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। सफलता के शिखर पर पहुंचने के…

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दुनिया मेरे आगे: सैनिकों की जगह अब रोबोट के युद्ध लड़ने का है अनुमान, तकनीक के दौर में रोज हो रहे चौंकाने वाले कारनामे

हमारे बीच से वह पीढ़ी जा चुकी है जो बिना कैलकुलेटर के केवल मुंहजबानी सारा हिसाब जोड़-घटाव कर लेती थी।…

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दुनिया मेरे आगे: मां की गोद में आते ही शिशु हो जाता है बिल्कुल शांत और खुश, वात्सल्य के साथ-साथ स्पर्श स्पंदन की शक्ति

मां की गोद में आते ही शिशु बिल्कुल शांत और खुश हो जाता है। यह शिशु का मां के वात्सल्य…

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दुनिया मेरे आगे: महज चारदिवारी में बने स्थान को घर नहीं कह सकते, उसके लिए छत यानी मान-मर्यादा का होना जरूरी

आज के दौड़ते-भागते समय में बहुत से लोगों ने घर को दरकिनार कर दिया है। जो काम पहले घरों से…

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दुनिया मेरे आगे: गृहिणी का जीवन संघर्ष से लबरेज, बहुआयामी होता है संघर्ष, केवल एक ही नजर से देखते हैं लोग

संघर्ष वास्तव में अनंत है और संघर्ष करते हुए उम्मीद से परिपूर्ण व्यक्ति को इसीलिए अनमोल कहा जाता है। यह…

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दुनिया मेरे आगे: जीवन में संतोष को अपनाना ही है सच्चा धन, नदियों से भी नहीं बुझती लालच की अंतहीन प्यास

एक समय था जब लोग अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए मेहनत करते थे, पर आज की दुनिया में चाहतें…

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दुनिया मेरे आगे: अपने काम को खुशी-खुशी करने के लिए इस जगत में उत्साह ही एक बेहतरीन प्रेरक, उमंग और तरंग को रखता है बरकरार

समाज ही ऐसी गतिविधियों का मंच बन सकता है, जिसमें हमें अधिक से अधिक शामिल होना चाहिए, मगर अकेले और…

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दुनिया मेरे आगे: बदलाव के दौर में गांवों के अस्तित्व का संकट, शहरी संस्कृति की तरफ बेतहाशा दौड़ रहे लोग

भले ही शहर के किराए के कमरों में छोटी- सी घुटन भरी जगह में रहना पड़े, सिर्फ शहर में रहने…

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दुनिया मेरे आगे: हर पल विचारों के घेरे में ही रहते हैं हम, माहौल से अलग हटकर व्यावहारिक बुद्धि का करना चाहिए इस्तेमाल

हमें अपने जीवन की परेशानियों को बहाना नहीं बनने देना चाहिए। क्या हुआ अगर जिंदगी हमेशा न्यायपूर्ण नहीं रही! सवाल…

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दुनिया मेरे आगे: भूलने की वजह से होते हैं ज्यादातर वैवाहिक झगड़े, स्मृति का लक्ष्य बुद्धिमान निर्णय लेने का मार्गदर्शन करना

यादें अतीत की खिड़की होती हैं जो लोगों को भविष्य के लिए तैयार होने में मदद करती हैं। यादें ही…

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दुनिया मेरे आगे: निरंतरता और सफलता के बीच है गहरा संबंध, लक्ष्य को प्राप्त करना होता है आसान

निरंतरता किसी भी मंजिल या लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक अनिवार्य शर्त है। जब कभी और जहां कहीं निरंतरता…

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