जनसत्ता -दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: खुद का अंदाज कायम रखना लंबी रेस का घोड़ा बनाने का रखता है दमखम

भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है, जो रास्ता देखा-भाला और आसान लगता है। लेकिन जरूरी नहीं कि वही रास्ता…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: सांस्कृतिक महत्त्व के साथ ही त्योहार रिश्तों की डोर को भी बनाते हैं मजबूत, भागमभाग जिंदगी को देते है आराम

खुशियां वे इत्र हैं जिसकी खुशबू बांटने से बढ़ती है। त्योहार जीवन बगिया के वसंत हैं, जिन्हें महकाने वाले माली…

जनसत्ता- दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: विद्यार्थी तलहटी पर तो गुरु एवरेस्ट की चोटी पर, अहं की समस्या में बुरी तरह ग्रस्त होने की है स्थिति

शिक्षण एक कला है। इसमें हमारी कलात्मक योग्यता, सृजनात्मक चिंतन और प्रज्ञा की भी आवश्यकता होती है। शिक्षण मात्र तकनीक…

दुनिया मेरे आगे
दुनिया मेरे आगे: जल संचयन के लिए पहले घरों में बनाए जाते थे कुंड, आज जानवर भी पानी के नजदीक जाना नहीं चाहते

समुद्र का विशाल रूप हमें सीख देता है कि हमारा जीवन दुख-सुख, आशा-निराशा, उतार-चढ़ाव का अद्भुत संगम है। बहते पानी…

plastic waste, plastic waste in india
दुनिया मेरे आगे: विनाश के मुहाने पर धरती, हर दिन भारत से निकल रहा है 15 हजार टन अपशिष्ट

पहले लोग प्लास्टिक की जगह कपड़े और कागज, जूट से बने थैलों का इस्तेमाल करते थे। उन्हें इस्तेमाल करने के…

new age love
दुनिया मेरे आगे: नए युग में प्यार के बदले अर्थ, लोगों को इस प्रक्रिया से हो गया इश्क

उखड़े हुए लोगों से भला कोई इश्क करता है, जो भूखे रह परदेस गए! वहां से निकाले जाने पर गांवों…

दुनिया मेरे आगे: शब्दों का सौंदर्य कराएगा मर्मों के दर्शन, जीवन के बहाने कविता धरती के कर्मों में शामिल

कितनी अद्भुत होती होगी वह प्रक्रिया, जिसमें पूरकता हो, लेकिन स्पर्धा भी हो। स्पर्धा कैसी भला! शब्द सोचें कि अर्थ…

Duniya mere Aage
दुनिया मेरे आगे: दूसरों की खुशी में खोजें अपनी खुशी, सहयोग और मानवीय धारणा से रहें प्रेरित

एक पहलू यह भी है कि हमें अपने सभी कार्य और व्यवहार अच्छे लगते हैं और यह स्वाभाविक है, पर…

Answer
दुनिया मेरे आगे: जवाब होता है शाश्वत सत्य, कई बार बिना बोले भी मिल जाता है प्रश्न का उत्तर

कई बार सवाल और जवाब एक साथ पैदा होते हैं। आदमी उम्मीद करता है कि जब वह सवाल उठाए तो…

Parents regarding raising children
दुनिया मेरे आगे: बच्चों के परवरिश को लेकर माता-पिता सजग, मानसिक रूप से मजबूत होना बच्चों के सुखद भविष्य का आधार

हम यह समझ नहीं पाते कि बच्चों के सुखद भविष्य का आधार उनका आर्थिक रूप से मजबूत होना नहीं, बल्कि…

handwriting
दुनिया मेरे आगे: मोबाइल के युग में हाथों की लिखावट का महत्व, प्रेमी-प्रेमिका संजोते थे खत

लिखने से हमारे दिमाग की कुशाग्रता बढ़ती है। हमारी समझ का दायरा बढ़ता है और सबसे बड़ी बात, पढ़ने-लिखने के…

women
दुनिया मेरे आगे: महिलाओं के लिए नए नजरिए की जरूरत, सोशल मीडिया सर्वगुण संपन्न नारी की छवि से नहीं होने दे रहा मुक्त

हमने सुन रखा है कि एक उम्र के बाद लड़कियों को घर संभालने का काम सीख लेना चाहिए, क्योंकि लड़कियों…

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