Nuclear family| Western society
दुनिया मेरे आगे: सीखना बनाम सिखाना, महाभारत के समय में रामायण की सीख पर चलने के लिए आग्रह जैसा माहौल

अधिकांश लोग इस सच को आत्मसात कर चुके हैं कि जिंदगी एक बार मिली है। इसे अपने अंदाज में जीना,…

Letter| relative| write
दुनिया मेरे आगे: अहं का विसर्जन, चिट्ठियों का जमाना और मन की कसक

चिट्ठियों को देखे मानो जमाना हो गया है। चिट्ठियों का यों इतिहास हो जाना दुखद है। इनका कोई संग्रहालय भी…

youth| caste vote| Delhi
दुनिया मेरे आगे: सपनों का बोझ, महत्त्वाकांक्षा का होना अहम है, लेकिन उसे संतुलित बनाए रखना भी आवश्यक

युवा वर्ग के बढ़ते अवसाद का मुख्य कारण व्यापक रूप से विभिन्न प्रकार के प्रतिस्पर्धात्मक दबाव हैं। इसमें पाठ्यक्रम का…

communication| skill
दुनिया मेरे आगे: उपदेशों का संजाल और जीवन बदलने वाले वाक्य, संदेशों से निकलते मन के भाव

सामान्य जीवन में हमें प्रतिदिन कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। कई चिंतकों, विचारकों, वक्ताओं, कथाकारों और दैनंदिन जीवन…

Beauty seen| Nature
दुनिया मेरे आगे: कुदरत के पड़ते थपेड़े, जल, जीवन, जंगल और पहाड़ तथा मानवीय सभ्यता बचाने को प्रकृति की ओर होगा लौटना

फिलहाल हम सब इस स्थिति में हैं, जब इस पर सोच सकते हैं। जीवन बार-बार नहीं मिलता। यह संस्कृति, यह…

Traditional food | Health
दुनिया मेरे आगे: गुम होते पारंपरिक स्वाद और रसोई का अंदाज, आधुनिकता ने बदल दिया खान-पान की पहचान

हमें याद रखना चाहिए कि हमारा भोजन हमें हमारी जड़ों से, हमें खिलाने वाले हाथों से और उन क्षणों से…

Music World| Human
दुनिया मेरे आगे: संगीत के बिना जीवन की कल्पना अधूरी

शब्द और राग मिलकर एक काल्पनिक चित्र निर्माण करते हैं। कोई-कोई गीत चित्रांकन करता चलता है। ठीक वैसे ही जैसे…

Knowledge| Power|
दुनिया मेरे आगे: ज्ञान की गरिमा में है हर मोर्चा जीतने की शक्ति

मौन बेसिर-पैर की बहसों की और क्रोध से छुटकारे की सर्वश्रेष्ठ और कारगर चिकित्सा भी है। निराधार बोलना और कटु…

china | india | toy industry |
दुनिया मेरे आगे: बदलते जमाने के खेल-खिलौनों से घट रही बच्चों की कल्पना करने की क्षमता, नहीं दिखते खेलने के पारंपरिक उपकरण

बदलते खिलौनों के साथ सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं भी बढ़ी हैं। पारंपरिक खिलौने अक्सर प्राकृतिक और सुरक्षित सामग्री…

Leisure, Dunia mere aage, women, family
दुनिया मेरे आगे: वक्त का बहाना और फुर्सत की विदाई; अपनों के लिए न तो इच्छा बची और न ही कोशिश

आस-पड़ोस की तो दूर, हमारे पास अपने भी छोटे और मासूम बच्चों के लिए वक्त ही नहीं है। उन्हें भी…

Goal achiever| review
दुनिया मेरे आगे: लक्ष्य पाने के लिए अपनी क्षमताओं का करें वास्तविक आकलन

जीवन में अपने लक्ष्य के विकल्प का होना अत्यंत आवश्यक है। अन्यथा मनचाही चाहत के सर्वथा अपूर्ण रहने पर अवसाद…

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