
किसी राज्य विशेष के दर्जे की मानसिकता से ऊपर उठ कर पूरे भारत के हिमालयी उत्तुंग पर हमें विचार करना…
राजनीति में नीति और सिद्धांतों की जम कर दुहाई तो दी जाती है, लेकिन व्यावहारिक रूप से राजनीतिज्ञों की प्रामाणिकता…
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार बढ़ रही हिंसा के मामले सर्वांगीण विकास में बाधा हैं। ऐसे में विकसित और संयुक्त राष्ट्र…
यह ध्यान रखना चाहिए कि लोकतंत्र का कमजोर होना तानाशाही के रास्ते साफ होने का सूचक होता है। भारत को…
यह बहुत शर्मनाक और निंदनीय है कि कुछ लोग चंद सिक्कों की खातिर जानलेवा डोर बेचने से परहेज नहीं कर…
प्रगति और उन्नति तभी होगी, जब चुने गए प्रतिनिधि आम जनता के साथ मिल कर अपने गांव या शहर के…
पुण्यतिथि के ठीक दस दिनों पहले कुछ असामाजिक तत्त्वों ने जॉर्ज आरवेल की प्रतिमा को क्षति पहुंचाने के बाद उसे…
आए दिन नशे में चूर अनियंत्रित वाहन चालकों से इन फुटपाथ पर सोने वालों की मौत की खबरें सचमुच दिल…
लोकतंत्र में कौन छोटा है, कौन बड़ा, हम सभी भलीभांति जानते हैं। सबसे बड़ी संसद है यानी देश की सरकार…
आलेख ‘भूगर्भीय जल का गहराता संकट’ (20 जनवरी) पढ़ कर भूजल के सामने खड़ी होती समस्या के बारे में महत्त्वपूर्ण…
ऐसा लगता है कि पंचायतों से धन कमाने की लालसा रखने वाले, टांग खिंचाई, जग हंसाई करने वाले कुछ लोग…
बलूच आंदोलन की सबसे बड़ी हस्ती के रूप में प्रसिद्ध वैचारिक शक्ति की प्रबल स्तंभ करीमा बलोच कोई साधारण महिला…