पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की रिपोर्ट्स अक्सर आती रहती हैं। मशहूर कॉलमनिस्ट व लेखक तारिफ फतेह ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें पुलिस की वर्दी पहने कुछ जवान घरों में तोड़फोड़ करते दिख रहे हैं। फतेह का दावा है कि वीडियो ‘इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान’ का है जहां पुलिस ईसाइयों के घरों पर हमला कर रही है। वीडियो में दिख रहा है कि काली वर्दी पहने युवक घरों में घुसते हुए लोगों पर डंडे बरसाते चले जाते हैं। कुछ महिलाएं चीखती-पुकारती हुई निकलती हैं तो उन्हें भी पीटा जाता है। कुछ लड़कों को युवक उठा कर भी ले गए। विजुअल्स में दिख रहा है कि जवानों ने किसी गांव पर हमला किया है और हर एक घर में घुसकर लोगों से मारपीट कर रहे हैं। फतेह द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक डेढ़ हजार लोग रिट्वीट कर चुके हैं।
पाकिस्तान में ईसाइयों पर हमलों की खबरें आती रही हैं। मार्च, 2015 में लाहौर के गिरजाघरों में दो धमाके हुए थे जिसमें 14 लोग मारे गए थे और 70 घायल हुए थे। 2009 में पंजाब के गोजरा इलाके में भीड़ ने 40 घरों को फूंक दिया था। जिसमें 8 ईसाइयों की जलकर मौत हो गई थी।
This is the Islamic State of #Pakistan. Police attacking homes of the #Christian community, beating & abusing women. https://t.co/Z5n2tb78B8
— Tarek Fatah (@TarekFatah) October 10, 2017
2005 में फैसलाबाद में कुरान जलाने की अफवाह उड़ने के बाद ईसाइयों को घर छोड़कर भागना पड़ा। पाकिस्तान में कई ईसाइयों को विवादित ‘ईशनिंदा’ कानून के तहत मौत की सजा दी जा चुकी है।
हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी कि यहां हर साल करीब एक हजार लड़कियों को शादी के लिए जबरन मुसलमान बनाया जाता है। इसकी रोकथाम के लिए पंजाब के पंजाब, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनवां प्रांतों में हिंदू विवाह विधेयक पारित किया गया था। इस कानून के बाद पाकिस्तान की अल्पसंख्यक महिलाओं को शादीशुदा होने का सरकार सबूत मिल जाएगा।

