उत्तर प्रदेश के मेरठ मेें ईद के दिन उपद्रवियों ने अशांति पैदा करने की कोशिश की। परीक्षितगढ़ में सुबह ईद की नमाज के बाद कुछ लोगों ने थाने पर हमला बोल दिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर थाने में तोड़फोड़ की और आगजनी का भी प्रयास किया। सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस अफसर के निर्देश पर पुलिस ने बल प्रयोग कर हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ा। लेकिन, पुलिस की तत्काल सक्रियता से भीड़ पर काबू पा लिया गया और उप्रदवियों को खदेड़ दिया। इसके लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजेश कुमार ने बताया कि परीक्षितगढ़ कस्बे के ढाक पीर खजूरी मोहल्ले के बिल्लू अब्बासी के बेटे अमिताभ अब्बासी की हत्या कर दी गई थी। उसका शव इकला गांव के जंगल में पड़ा मिला था। इस मामले में पुलिस ने गांव के ही एक युवक को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार युवक ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया था। लेकिन मृतक के परिजन गांव के ही दो अन्य लोगों को हत्या में शामिल बताते हुए उनकी की भी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। सुबह इसी मांग को लेकर ईद की नमाज के बाद लोग थाने पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पुलिस ने उन्हें लिखित तहरीर देने के लिए कहा और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। पर भीड़ पुलिस की प्रतिक्रिया से संतुष्ट नहीं हुई और उग्र हो गई।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने थाने का फर्नीचर उठाकर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। भीड़ के हिंसक रुख को देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस बल मौके पर बुला ली गई। भीड़ ने इस दौरान थाने में आगजनी का प्रयास किया। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो भीड़ ने फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने भी कड़ी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इलाके में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई। ईद के जश्न में कोई खलल नहीं पड़ा।


