दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पर टूटने का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली निकाय चुनावों के बाद पार्टी विधायक अलका लांबा और आप नेता संजय सिंह के इस्तीफे की पेशकश के बाद मालवीय नगर सीट से आप विधायक सोमनाथ भारती भी पार्टी छोड़ सकते हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि वह पार्टी में रहें या ना रहें लेकिन राजनीति में जरूर रहेंगे। गुरुवार को पार्टी के कुछ विधायक केजरीवाल से मुलाकात करने आए थे। इसी दौरान सोमनाथ भारती ने कहा, “यहां हम सभी केजरीवाल के साथ हैं। मैं आप में रहूंगा या नहीं, लेकिन राजनीति में जरूर रहूंगा।”

गुरुवार को पार्टी के कुछ विधायकों ने केजरीवाल से सरकार पर ध्यान देने और पार्टी का राजनीतिक कामकाज कुमार विश्वास को सौंपने की सलाह दी। एक आप विधायक ने कहा, “2015 में हुए विधानसभा चुनाव के अलावा पार्टी ने छह चुनाव लड़े। इनमें से हर एक में हमें अनुमान से बेहद कम सीटें मिलीं। इससे हमें काफी पीड़ा हुई है।” निकाय चुनाव नतीजों के बाद सबसे पहले चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने इस्तीफे की पेशकश की थी। इसके बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष संजय सिंह ने इस्तीफे की पेशकश की थी।

वहीं, निकाय चुनाव नतीजें आने से ठीक एक दिन पहले पंजाब से पार्टी सांसद भगवंत मान ने पंजाब हार का ठीकरा आलाकमान पर फोड़ते हुए अपना विरोध दर्ज कराया था। भगवंत मान ने पार्टी आलाकमान पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव से पहले लिए गए कुछ फैसलों की वजह से चुनाव में उनको और आम आदमी पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा।

गौरतलब है कि हाल ही में हुए दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनावों में आप को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। 270 सीटों पर हुई वोटिंग में से उसे केवल 45 से संतोष करना पड़ा। वहीं बीजेपी को 185 और कांग्रेस को 30 सीट मिलीं। इसपर खुद केजरीवाल ने माना है कि उनके चूक हुई है।